सीसीआई ने टाटा कैपिटल लिमिटेड (टीसीएल) में टाटा क्लीनटेक कैपिटल लिमिटेड (टीसीसीएल) और टाटा कैपिटल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (टीसीएफएसएल) के विलय को मंजूरी दी

भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) ने टाटा कैपिटल लिमिटेड (टीसीएल) में टाटा क्लीनटेक कैपिटल लिमिटेड (टीसीसीएल) और टाटा कैपिटल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (टीसीएफएसएल) के विलय को मंजूरी दे दी है। प्रस्तावित संयोजन सही मायनों में टीसीएफएसएल और टीसीसीएल का टीसीएल में विलय है।
टीसीएल भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) में ‘व्यवस्थित रूप से महत्वपूर्ण गैर-जमा स्वीकार करने वाली कोर निवेश कंपनी (सीआईसी)’ के रूप में पंजीकृत है और इसका निवेश मुख्य रूप से अपनी उन सहायक कंपनियों में है, जो ऋण देने के साथ-साथ वित्तीय सेवा क्षेत्र में सेवाओं एवं उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला की पेशकश करने में भी संलग्न हैं जिसमें प्राइवेट इक्विटी फंडों को सलाह देना और/या प्रबंधन करना शामिल है, जिनकी अनुमति समय-समय पर सीआईसी के लिए आरबीआई द्वारा जारी किए गए निर्देशों और दिशा-निर्देशों में दी गई है।
टीसीएफएसएल दरअसल टीसीएल के पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है और यह आरबीआई में ‘व्यवस्थित रूप से महत्वपूर्ण गैर-जमा स्वीकार करने वाली गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी’ के रूप में पंजीकृत है तथा यह मुख्य रूप से ऋण देने के साथ-साथ वित्तीय सेवा क्षेत्र में तरह-तरह की सेवाओं एवं उत्पादों की पेशकश करने में संलग्न है।
टीसीसीएल दरअसल टीसीएल की एक सहायक कंपनी है और यह आरबीआई में ‘व्यवस्थित रूप से महत्वपूर्ण गैर-जमा स्वीकार करने वाली गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी’ के रूप में पंजीकृत है। टीसीसीएल नवीकरणीय ऊर्जा, ऊर्जा दक्षता, अपशिष्ट प्रबंधन, एवं जल प्रबंधन से जुड़ी परियोजनाओं के साथ-साथ अन्य अवसंरचना परियोजनाओं के लिए भी नकद प्रवाह-आधारित वित्त और परामर्श सेवाएं प्रदान करने के व्यवसाय में संलग्न है।
सीसीआई का विस्तृत आदेश जल्द ही पेश किया जाएगा।