रथ यात्रा के दौरान करंट लगने से कई लोगों की मौत
तमिलनाडु के तंजावुर जिले में दर्दनाक हादसा हुआ है। कालीमेडु में अप्पर मंदिर की रथ यात्रा के दौरान कई लोग हाई वोल्टेज तार की चपेट में आ गए। करंट लगने से 2 बच्चे सहीत 11 लोगों की मौत हो गई। हादसे में कई लोग घायल भी हुए हैं। घायलों को तंजावुर मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया है। पीएम मोदी और राज्य के सीएम ने घटना पर दुख जताया है।
तमिलनाडु के CM एमके स्टालिन ने घटना पर दुख जताते हुए मृतकों के परिजनों को 5 लाख की सहायता राशि देने का ऐलान किया है। वे आज सुबह 11:30 बजे तंजावुर पहुंच कर हालात का जायजा लेंगे और घायलों से मिलेंगे।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने घटना पर शोक व्यक्त किया है और घायलों के जल्द ही स्वस्थ होने की प्रार्थना की है। वहीं, प्रधानमंत्री ने हादसे में जान गंवाने वाले श्रद्धालुओं के परिजनों को PM नेशनल रिलीफ फंड (PMNRF) से 2-2 लाख रुपए देने का ऐलान किया है। घायलों को 50 हजार रुपए दिए जाएंगे।
हादसे पर दुख जताते हुए घटना पर तमिलनाडु विधानसभा में 2 मिनट का मौन रखा गया और मृतकों को श्रद्धांजलि दी गई।
आपको बता दें कि तमिलनाडु के तंजावुर शहर के कालीमेडु मंदिर में बुधवार कि सुबह 94वां अप्पर गुरुपूजा उत्सव मनाया जा रहा था। इसमें शामिल होने के लिए मंगलवार रात से ही लोगों की भीड़ जमा होनी शुरू हो गई थी। रथयात्रा एक मोड़ से गुजर रही थी, इस दौरान रथ पर खड़े लोग एक हाई वोल्टेज तार की चपेट में आ गए।
9 फुट ऊंचे रथ को फूलों और लाइट्स से सजाया गया था। रथ की लाइट्स को बिजली देने के लिए एक जेनरेटर भी जुड़ा था।
वहीं, अधिकारियों ने कहा कि मंदिर की पालकी को मोड़ने के समय ओवरहेड लाइन के संपर्क में आने के कारण यह भीषण हादसा हुआ।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि किसी भी घटना से बचने के लिए आमतौर पर मंदिर के रास्ते वाली पावर सप्लाई बंद कर दी जाती है। लेकिन इस बार रथ की ऊंचाई इतनी नहीं थी कि वह हाई वोल्टेज लाइन को छू सके, इसलिए इस बार पावर सप्लाई बंद नहीं की गई। हालांकि, रथ पर लगे साजो-सामान की वजह से उसकी ऊंचाई बढ़ गई और हादसा हो गया।