किन्नौर हादसे में अब तक मिले 14 शव, 13 घायलों को मिला उपचार, भूस्खलन के कारण रोका गया है राहत अभियान
हिमाचल प्रदेश किन्नौर जिले में गुरुवार सुबह 11 बजे के करीब एक बार फिर से भूस्खलन शुरू हो गया है। इस कारण रेस्क्यू व सर्च आपरेशन रोक दिया गया है। लेकिन दो घंटे बाद फिर से टीमें पहुंच गईं।
अब तक 14 शव मिले है और 13 घायलों का उपचार चल रहा है। अभी भी 20 से ज्यादा लोगों का कोई सुराग नहीं है, यह आंकड़ा ज्यादा भी हो सकता है। अभी भी रुक रुककर मलबा गिर रहा है, इस कारण राहत व बचाव कार्य पर असर पड़ रहा है।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने घटनास्थल का हवाई जहाज़ से जायज़ा लिया। उनके साथ परिवहन मंत्री बिक्रम सिंह ठाकुर सहित अन्य नेता भी मौजूद थे। उन्होंने दैनिक जागरण को कहा यह क्षण मेरे लिए अत्यंत पीड़ादायक और भावुक करने वाले हैं।
अभी तक 13 लोगों को सुरक्षित निकालने में सफलता मिली है। निगुलसेरी में मलबे को देखकर उन अमूल्य जिंदगियों के बारे में सोचकर मन गम से भरा पड़ा है, जिनको हम हरसंभव प्रयास के बावजूद नहीं बचा सके। प्रभावितों के दर्द को मैं समझ सकता हूं। प्रभावित परिवारों को हरसंभव सहायता प्रदान की जाएगी।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने किन्नौर हादसे पर दुःख जताया है। राष्ट्रपति ने हिमाचल के राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकार व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से बात कर हादसे के बारे में जानकारी ली। राष्ट्रपति ने हादसे में हताहत लोगों की हर संभव सहायता के लिए कहा। नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री, कांग्रेस विधायक नंदलाल व विक्रमादित्य सिंह भी किन्नौर के लिए निकले।
एनएच-5 को साफ़ कर दिया है लेकिन अभी यहां से वाहनों का आना-जाना शुरू नहीं किया गया है।