23 आईआईटी ने तीन वर्षो में 1535 पेटेंट दर्ज कराए
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (आईआईटी) द्वारा पिछले तीन वर्षों में 1,535 पेटेंट दायर या पंजीकृत किए गए हैं। इनमें से 69 पेटेंट को उत्पादों में बदल दिया गया है जिससे देश को लाभ हुआ है।
शिक्षा, महिला, बाल, युवा एवं खेल संबंधी स्थायी समिति को उच्च शिक्षा विभाग से यह जानकारी मिली है । यह रिपोर्ट सोमवार को राज्यसभा के सभापति को सौंपी गई ।
पिछले तीन वर्षो में 23 आईआईटी ने 1535 पेटेंट दर्ज/पंजीकृत कराए हैं । इनमें से 69 पेटेंट को प्रक्रियाओं एवं उत्पादों में बदला गया जिसका देश को लाभ हुआ है।
रिपोर्ट के अनुसार, इन पेटेंट का कुल वाणिज्यिक मूल्य 13.21 करोड़ रूपये है ।
उच्च शिक्षा विभाग ने कहा है कि आईआईटी राष्ट्रीय महत्व के संस्थान होते हैं और शोध एवं नवाचार के क्षेत्र में अगुआ होते हैं जिनका उद्योगों के साथ समाज को भी फायदा होता है।
रिपोर्ट के अनुसार, पेटेंट सृजन में अग्रणी स्थान रखने वाले इन आईआईटी में बौद्धिक संपदा अधिकार प्रकोष्ठ (आईपीआर)/ प्रौद्योगिकी हस्तांतरण, समर्पित आईपीआर नीति/ दिशानिर्देश आदि मौजूद हैं जो अनुसंधान प्रयोगशालाओं एवं उद्योगों के बीच सहभागितापूर्ण शोध को बढ़ावा देते हैं । इनके पास नये उद्यमियों के लिये स्टार्टअप नीति भी है।