भारतीय खाद्य निगम की तीसरी ई-नीलामी में 5.07 लाख मीट्रिक टन गेहूं की नीलामी हुई
खुला बाजार बिक्री योजना (घरेलू) के तहत गेहूं की बिक्री के लिए तीसरी ई-नीलामी 22.02.2023 को आयोजित की गई। देश भर में भारतीय खाद्य निगम के 23 जोन में फैले 620 डिपो से गेहूं के स्टॉक उपलब्ध कराने की पेशकश की गई। कुल 11.79 लाख मीट्रिक टन गेहूं की सस्ती बिक्री के लिए प्रस्ताव रखा गया और 5.07 लाख मीट्रिक टन गेहूं की नीलामी की गई।
2138.12 रुपये प्रति क्विंटल के अखिल भारतीय भारित औसत आरक्षित मूल्य के मुकाबले, भंडार हिस्सेदारी को 2172.08 रुपये प्रति क्विंटल के अखिल भारतीय भारित औसत बिक्री मूल्य पर बेचा गया।
विक्रय की गई कुल मात्रा में से 1.39 लाख मीट्रिक टन गेहूं हरियाणा, पंजाब और मध्य प्रदेश से बेचा गया, जहां आरक्षित मूल्य का भारित औसत 2135.35 रुपये प्रति क्विंटल था और भारित औसत बिक्री मूल्य 2148.32 रुपये प्रति क्विंटल था। हालांकि देश के शेष अन्य हिस्सों (मध्य प्रदेश, पंजाब और हरियाणा के अलावा अन्य राज्यों) में बेची गई मात्रा 3.68 लाख मीट्रिक टन थी, जिसके लिए आरक्षित मूल्य का भारित औसत 2139.16 रुपये प्रति क्विंटल था और भारित औसत बिक्री मूल्य 2181.08 रुपये प्रति क्विंटल था।
समग्र मूल्य प्रवृत्ति से यह पता चलता है कि बाजार हल्का हो गया है और औसतन 2200 रुपये प्रति क्विंटल से नीचे है। इस प्रकार, गेहूं की ऑफलोडिंग गेहूं के मूल्य में समग्र कमी के वांछित परिणाम दिखा रहा है।
तीसरी ई-नीलामी में 100 से 499 मीट्रिक टन की अधिकतम मांग थी, जिसके बाद 50-100 मीट्रिक टन की मात्रा और उसके बाद 500-999 मीट्रिक टन की मात्रा थी, जो यह दर्शाता है कि छोटे और मध्यम आटा मिलों तथा व्यापारियों ने नीलामी में सक्रिय रूप से भाग लिया। एक बार में 3000 मीट्रिक टन की अधिकतम मात्रा के लिए केवल 6 बोलियां प्राप्त हुईं। तीसरी ई-नीलामी में कुल 1269 बोलीदाताओं ने भाग लिया।
चार राज्यों दिल्ली, हरियाणा, तमिलनाडु और तेलंगाना में प्रस्तावित मात्रा का 100% बोलीदाताओं द्वारा खरीदा गया था और अन्य पांच राज्यों में, प्रस्तावित स्टॉक का 90% से अधिक बोलीदाताओं द्वारा खरीदा गया।
उत्तर प्रदेश राज्य में पहली ई-नीलामी के दौरान 2950 रुपये प्रति क्विंटल का उच्चतम विक्रय मूल्य देखा गया था, अब वहां भी कीमतों में नरमी आ गई है और 2177 रुपये प्रति क्विंटल के औसत मूल्य पर आ गई हैं। यह 22 दिनों के भीतर 773 रुपये प्रति क्विंटल की कमी है।
तीसरी ई-नीलामी के दौरान 1086.1 करोड़ रुपये की राशि प्राप्त हुई थी।
चौथी ई-नीलामी 1 मार्च, 2023 को आयोजित की जाएगी।