ट्राई ने “डिजिटल संचार क्षेत्र में नियामक सैंडबॉक्स के माध्यम से इनोवेटिव प्रौद्योगिकियों, सेवाओं, उपयोग मामलों और बिजनेस मॉडलों को प्रोत्साहन” विषय पर परामर्श पत्र जारी किया
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने “डिजिटल संचार क्षेत्र में नियामक सैंडबॉक्स के माध्यम से इनोवेटिव प्रौद्योगिकियों, सेवाओं, उपयोग मामलों और बिजनेस मॉडलों को प्रोत्साहन” विषय पर एक परामर्श पत्र जारी किया है।
कई देशों में नियामक निकायों ने दूरसंचार तकनीकी नवाचार के लिए सैंडबॉक्स फ्रेमवर्क बनाए हैं। ये ढांचे नियंत्रित वातावरण में नए कॉन्सेप्ट का परीक्षण करने, छूट, भत्ते या समयबद्ध अपवाद प्रदान करने की अनुमति देते हैं। इन ढांचों का उद्देश्य आर्थिक मजबूती और उपभोक्ता संरक्षण के साथ नवाचार के प्रति नियामकों की इच्छा को बढ़ावा देना है। इस पृष्ठभूमि में, दूरसंचार विभाग (डीओटी) ने ट्राई से नियामक सैंडबॉक्स के लिए फ्रेमवर्क को लेकर सुझाव देने का अनुरोध किया।
ये प्राधिकरण रचनात्मकता को बढ़ावा देने और डिजिटल संचार के क्षेत्र में अत्याधुनिक तकनीकों को अपनाने में तेजी लाने के उद्देश्य के साथ इस मुद्दे पर आगे बढ़ रहा है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, एज कंप्यूटिंग और अन्य उभरती प्रौद्योगिकियां हमारे जुड़ने, बातचीत करने और जानकारियों तक पहुंचने के तरीके में क्रांतिकारी बदलाव ला रही हैं, जिससे डिजिटल संचार क्षेत्र तेजी से विकसित हो रहा है। इस गतिशील वातावरण के साथ-साथ चलने के लिए नवीन प्रौद्योगिकियों, सेवाओं, उपयोग मामलों और व्यवसाय मॉडल के विकास और तैनाती के लिए एक सक्षम वातावरण प्रदान करने की आवश्यकता है।
विभिन्न उद्योगों में इनोवेशन को प्रोत्साहित करने के रास्ते के तौर पर ये नियामक सैंडबॉक्स रणनीति पूरी दुनिया में खासी लोकप्रिय हो गई है। एक नियामक सैंडबॉक्स एक विनियमित सेटिंग प्रदान करता है जहां कंपनियां और इनोवेटर लचीले नियमों के तहत काम करते हुए अपने कॉन्सेप्ट, वस्तुओं और सेवाओं का परीक्षण कर सकते हैं। नियामक सैंडबॉक्स दरअसल दूरसंचार उद्योग में स्टार्टअप इकोसिस्टम को मदद करेगा। ये उन्हें रियल टाइम में नेटवर्क वातावरण और अन्य डेटा तक पहुंच प्रदान करेगा, ताकि वे नए एप्लीकेशंस को बाजार में उतारने से पहले उनकी विश्वसनीयता का परीक्षण कर सकें। इसमें शुरुआती कंपनी को तमाम मंजूरियां प्राप्त करने हेतु एकल खिड़की प्रदान करने के लिए, ये रेगुलेटरी सैंडबॉक्स अन्य मंत्रालयों और विभागों की मदद से ऐसे परीक्षण करने के लिए क्रॉस-सेक्टोरल सहयोग को प्रोत्साहित करना चाहता है।
अपने इस परामर्श पत्र में ट्राई डिजिटल संचार के क्षेत्र में एक नियामक सैंडबॉक्स की संभावना की पड़ताल करता है। इस परामर्श पत्र में वैश्विक स्तर पर डिजिटल संचार के क्षेत्र में काम करने वाले कुछ नियामक सैंडबॉक्स फ्रेमवर्कों पर चर्चा की गई है और देश के भीतर अन्य क्षेत्रों में काम करने वाले ऐसे कुछ ढांचों का भी विवरण दिया गया है। ये परामर्श पत्र एक ड्राफ्ट सैंडबॉक्स फ्रेमवर्क का प्रस्ताव रखता है और उस पर हितधारकों की प्रतिक्रियाएं आमंत्रित करता है। इस ड्राफ्ट सैंडबॉक्स फ्रेमवर्क में इस फ्रेमवर्क के लक्ष्यों और दायरे, प्रतिभागी पात्रता आवश्यकताओं, आवेदकों के लिए आवश्यक शर्तों, आवेदन के साथ जरूरी सहायक सामग्री, आवेदन मूल्यांकन मानदंड, आवेदन और अनुमोदन प्रक्रिया, नियमों में छूट या संशोधन, वैधता अवधि, अनुमति के निरस्तीकरण, रिपोर्टिंग, निरीक्षण निकाय और सामाजिक विकास के लिए इनोवेशन की फंडिंग जैसी जानकारियां शामिल हैं।
हितधारकों से सुझाव मांगने के लिए इस परामर्श पत्र को ट्राई की वेबसाइट ( www.trai.gov.in ) पर रखा गया है। इस ड्राफ्ट सैंडबॉक्स फ्रेमवर्क पर हितधारकों की तरफ से 17 जुलाई, 2023 तक लिखित टिप्पणियां और 01 अगस्त, 2023 तक जवाबी टिप्पणियां आमंत्रित की गई हैं।
ये टिप्पणियां और जवाबी टिप्पणियां, अधिमानतः इलेक्ट्रॉनिक रूप में, भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण के सलाहकार (बीबी एंड पीए) श्री संजीव कुमार शर्मा को ईमेल पर – advbbpa@trai.gov.in भेजी जा सकती हैं, जिसकी एक प्रति jtadv-bbpa@trai.gov.in पर भी भेजें। किसी भी स्पष्टीकरण/जानकारी के लिए श्री संजीव कुमार शर्मा, सलाहकार (बीबी एंड पीए) से दूरभाष संख्या – +91-11-23236119 पर संपर्क किया जा सकता है।
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