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पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय ने केवडिया, गुजरात में 19वीं समुद्री राज्य विकास परिषद (एमएसडीसी) की बैठक की शुरुआत की

दो दिवसीय सम्मेलन में प्रमुख और गैर-प्रमुख पत्तनों, तटीय पत्तनों और समुद्री बोर्डों के बीच बेहतर समन्वय पर विचार-विमर्श किया जाएगा

राज्य सरकार के साथ परामर्श में संबंधित समुद्री राज्यों द्वारा प्रमुख पत्तनों के अलावा भविष्य में प्रत्यक्ष रूप से या कैप्टिव उपयोगकर्ताओं और निजी भागीदारी के माध्यम से मौजूदा और नए विकास का आकलन किया जाएगा

पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय (एमओपीएसडब्ल्यू) ने केवडिया, गुजरात में 19वीं समुद्री राज्य विकास परिषद (एमएसडीसी) की बैठक की शुरुआत की। इस दो दिवसीय सम्मेलन की अध्यक्षता केंद्रीय मंत्री, एमओपीएसडब्ल्यू श्री सर्बानंद सोनोवाल ने की। इस अवसर पर राज्य मंत्री एमओपीएसडब्ल्यू श्री श्रीपद नाइक, राज्य मंत्री एमओपीएसडब्ल्यू श्री शांतनु ठाकुर, एमओपीएसडब्ल्यू सचिव श्री टी. के. रामचंद्रन, सभी तटीय राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों, केंद्र सरकार के मंत्रालयों, भारतीय नौसेना, भारतीय तटरक्षक बल आदि के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

एमएसडीसी एक शीर्ष सलाहकार निकाय है जिसका गठन बड़े और प्रमुख पत्तनों के अलावा अन्य पत्तनों का एकीकृत विकास सुनिश्चित करने के उद्देश्य से मई 1997 में समुद्री क्षेत्र के विकास के लिए किया गया था। सम्मेलन के पहले दिन विभिन्न परियोजनाओं के विकास, क्षेत्र के सामने आने वाले मुद्दे और चुनौतियां और महत्वपूर्ण उपलब्धियों से संबंधित विभिन्न व्यावहारिक सत्र शामिल थे। इस दौरान प्रमुख और गैर-प्रमुख पत्तनों, तटीय पत्तनों और समुद्री बोर्डों के बीच बेहतर समन्वय को बढ़ावा देने के लिए कई विचार सामने रखे गए।

इस अवसर पर बोलते हुए, एमओपीएसडब्ल्यू सचिव टी. के. रामचंद्रन ने कहा, “भारत को एक प्रमुख समुद्री केंद्र के रूप में स्थापित करने के हमारे प्रयासों में, ग्लोबल मैरीटाइम इंडिया शिखर सम्मेलन 2023 एक महत्वपूर्ण पड़ाव होगा। सहयोगात्मक बातचीत और रणनीतिक गठबंधनों के माध्यम से, हम अपने समुद्री उद्योग को नवाचार और अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी के समर्थन से सतत विकास की दिशा में आगे बढ़ावा मिलने की उम्मीद करते हैं।”

श्री रामचंद्रन ने सभी तटीय राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की सरकारों से इन महत्वपूर्ण परियोजनाओं में तेजी लाने के लिए एमओपीएसडब्ल्यू को पूरा समर्थन देने का अनुरोध किया।

बैठक के पहले दिन ग्लोबल मैरीटाइम इंडिया समिट 2023 (जीएमआईएस 2023) और तटीय राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में विभिन्न उपलब्धियों और अवसरों से संबंधित सत्र शामिल रहे थे। इस दिन इन राज्यों के वरिष्ठ अधिकारियों और प्रतिनिधियों को ग्लोबल मैरीटाइम इंडिया समिट 2023 में अपनी भागीदारी के बारे में विस्तार से साझा करने का अवसर प्रदान किया गया, जो 17-19 अक्टूबर 2023 तक प्रगति मैदान, नई दिल्ली में आयोजित होने जा रही है।

जीएमआईएस 2023 अवसरों का पता लगाने, चुनौतियों को समझने और भारत के समुद्री क्षेत्र के भीतर निवेश को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से उद्योग से प्रमुख हस्तियों को एक साथ लाने के लिए एक प्रमुख समुद्री क्षेत्र पर केंद्रित कार्यक्रम है। वर्ष 2016 और 2021 के अपने पिछले संस्करणों की विरासत को आगे बढ़ाते हुए, सम्मेलन के इस तीसरे संस्करण का उद्देश्य घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय समुद्री हितधारकों और निवेशकों के लिए व्यापक संभावनाओं को सामने लाना है। सम्मेलन में समुद्री क्षेत्र के विभिन्न क्षेत्रों के प्रदर्शकों और निवेशकों के साथ 100 से अधिक देशों और उनके कई प्रतिनिधियों के भाग लेने की उम्मीद है।

दूसरे दिन के विचार-विमर्श सागरमाला कार्यक्रम के कार्यान्वयन; राष्ट्रीय समुद्री विरासत परिसर स्थल (एनएमएचसी), लोथल, गुजरात के विकास; राष्ट्रीय जलमार्गों का विकास; रोपैक्स/ फेरी को बढ़ावा देने से जुड़ी चुनौतियां और अवसर; शहरी यात्री जलमार्ग परिवहन; सड़क एवं रेल बंदरगाह कनेक्टिविटी; तटीय राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की सफलता की कहानियों और राज्य समुद्री बोर्डों के सामने आने वाले मुद्दे/ चुनौतियों पर केंद्रित रहेंगे।