पंजाब कांग्रेस के कलह को दूर करने के लिए बैठकों का मैराथन जारी, कांग्रेस समिति के सामने आज पेश हो सकते हैं मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह
पंजाब कांग्रेस का विवाद सुलझने के बजाय उलझते जा रहा है। हालांकि, इस विवाद को सुलझाने के लिए दिल्ली में लगातार बैठकों का दौर चल रहा है। पिछले तीन दिनों में मल्लिकार्जुन खड़गे, हरीश रावत और जेपी अग्रवाल की सदस्यता वाले पैनल ने लगभग सभी विधायकों और सांसदों से मुलाकात की। इस पैनल ने आज बीते विधानसभा चुनाव में हारे हुए उम्मीदवारों को बुलाया गया है। हालांकि पैनल को सबसे पहले आज सांसद मनीष तिवारी से बात करनी है। लेकिन इस बैठक में अहम भूमिका कैप्टन अमरिंदर की है जिनका इंतजार सभी कर रहे है। खबर के मुताबिक उन्हें गुरुवार को आना था लेकिन अब कार्यक्रम में बदलाव के आसार हैं। अब ऐसे में संभावना है कि आज या कल कैप्टन दिल्ली आ सकते हैं।
कांग्रेस समिति ने बुधवार को इस विवाद पर कई सांसदों और पूर्व प्रदेश अध्यक्षों से राय ली है ताकि इस कलह को दूर किया जा सके।
पिछले तीन दिनों में राज्य के करीब 80 कांग्रेस नेताओं से राय ली जा चुकी है। इनमें से अधिकतर विधायक थे।
मिली जानकारी के मुताबिक बुधवार को समिति से मुलाकात करने वाले कुछ नेताओं ने सरकार से जुड़े मुद्दे उनके सामने रखे तो कुछ नेताओं ने द्वारा 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले संगठन को दुरुस्त करने की मांग उठाई गई।
बता दें कि हाल के कुछ सप्ताह में मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के खिलाफ राज्य कांग्रेस के कुछ नेताओं ने मोर्चा खोल रखा है। जिसमें विधायक परगट सिंह और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कुछ अन्य नेताओं समेत नवजोत सिंह सिद्धू शामिल हैं। कैप्टन और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच भी हाल ही में तीखी बयानबाजी भी देखने को मिली थी। सिद्धू ने मंगलवार को इस समिति से मुलाकात कर अपने विचार भी रखे। समिति के सामने उन्होंने कहा था कि ‘सत्य प्रताड़ित हो सकता है, लेकिन पराजित नहीं हो सकता।’