भारत के बाद अब ईरान में हिजाब को लेकर हुआ विवाद, कट्टरपंथी और लड़कियां आमने-सामने
पूरे ईरान में हिजाब सुर्खियों में है। भारत के बाद अब ईरान में हिजाब को लेकर हायतौबा मची है। कट्टरपंथी और लड़कियां आमने-सामने हैं। दरअसल हिजाब को लेकर ईरान की लड़कियों ने अपने हक की आवाज बुलंद की है और इसे उतार फेंकना शुरू कर दिया है। इसके खिलाफ पुलिस ने कई लड़कियों को गिरफ्तार किया है। समाचार एजेंसी एएफपी के अनुसार ईरानी पुलिस ने दक्षिणी शहर शिराज में एक स्केटबोर्डिंग कार्यक्रम में हिजाब नहीं पहनने के लिए कई लड़कियों और कार्यक्रम के आयोजकों को हिरासत में लिया गया है।
Going viral in Iran. Many young girls & boys met for an outside party, with girls ignoring compulsory hijab laws. Their sheer confidence & indifference to the regime’s morality rules have shocked officials. This generation is the nightmare of the regime
— Vahid Yücesoy ?? (@vahid_yucesoy) June 24, 2022
जब इवेंट का वीडियो वायरल हुआ तो यहां के कट्टरपंथी भड़क गए। न्यूज एजेंसी IRNA की रिपोर्ट के अनुसार कई लड़कियों ने स्पोर्ट इवेंट के अंत में धार्मिक मान्यताओं और कानूनी नियमों को तोड़ते हुए हिजाब उतार दिए। इस मामले में पुलिस ने कई आयोजकों को भी गिरफ्तार किया है। शोजाई के पुलिस प्रमुख फराज के हवाले से कहा गया है कि कई लड़कियों ने धार्मिक विचारों और कानूनी मानदंडों का पालन किए बिना खेल आयोजन के अंत में अपना हिजाब हटा दिया।
Iranian women are #WalkingUnveiled in the street. Women won’t give up and one day a massive protest will take place across Iran against forced hijab & gender apartheid. Don’t use Islamophobia as a muzzle to silence our voice. pic.twitter.com/wbb4ONV4l1
— Masih Alinejad ?️ (@AlinejadMasih) June 27, 2022
वीडियों को आधार बनाकर इस्लामिक कोर्ट के सामने लड़कियों और आयोजकों को पेश किया गया और उनकी पहचान करने के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया। स्थानिय पुलिस ने कहा कि इन लड़कियों ने देश के इस्लामी कानून का उल्लंघन किया है और इसीलिए इनपर कार्रवाई की गई है। वहीं, शिराज शहर के गवर्नर ने कहा है कि इस आयोजन के पीछे का मकसद देश की धार्मिक और राष्ट्रीय नियमों को तोड़ना था, लिहाजा अब 15 जुलाई को जुमे की नमाज के बाद ‘हिजाब की पवित्रता’ के लिए आयोजन किया जाएगा।
Iranians want freedom and not another non-democratic Islamist in power. @Mike_Pence whenever Mrs. Pence dress like #MEK cult, then we believe your support of this lifestyle for Iranians too.#PAHLAVi4iran pic.twitter.com/3NEt5sZg11
— David ET (@Davidetla) June 26, 2022
गौरतलब है ईरान में वर्ष 1979 में क्रांति हुई थी, जिसके बाद यहां पर महिलाओं के लिए हिजाब पहनना अनिवार्य कर दिया गया था और यहां पर कानून है, कि महिलाओं को ऐसा हिजाब पहनना चाहिए जो बालों को छुपाते हुए सिर और गर्दन को ढके। लेकिन कई लोगों ने पिछले दो दशकों में अपने सिर को ढकने की अनुमति देकर सीमाओं को आगे बढ़ाया है और कई महिलाओं ने हिबाज के खिलाफ आवाज उठाना शुरू कर दिया है, जिनसे ईरान की पुलिस सख्ती से निपटती है। वहीं, ईरान में हिबाज के खिलाफ बढ़ती आवाजों ने इस्लामिक कट्टरपंथी शासन को चुनौती देनी शुरू कर दी है, लिहाजा सरकार काफी सख्ती से निपटने की कोशिश कर रही है।
Yes, this is one of the painful truths of Iran!
These women hit and arrest the other women who don't believe in mandatory hijab!#WomenAgainstFeminism#MandatoryHijab#IranTruth https://t.co/wG1POtT75e— setareh zare (@soutoudeh) June 12, 2022