क्यों हुए ALT News के संस्थापक Mohd Zubair गिरफ्तार, नुपुर शर्मा मामले से क्या है संबध, जानिए पूरा मामला
सोमवार को ALT News के सह-संस्थापक और फैक्ट-चैकर मोहम्मद ज़ुबैर (Mohammed Zubair) को धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप को लेकर दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। ज़ुबैर को मजिस्ट्रेट ने एक दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
Alt News co-founder Mohammed Zubair sent to 1-day police remand pic.twitter.com/JRHddlLjlX
— ANI (@ANI) June 27, 2022
दिल्ली पुलिस ने FIR में कहा है कि “जिस मामले को लेकर फैक्ट-चेकिंग वेबसाइट के सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर को कल रात गिरफ्तार किया गया था, उसमें ऐसे शब्द और चित्र थे जो लोगों के बीच “अत्यधिक उत्तेजक और घृणा की भावना को भड़काने के लिए पर्याप्त से अधिक थे”। वहीं दिल्ली पुलिस उपायुक्त केपीएस मल्होत्रा के मुताबिक इसी महीने 20 जून को पत्रकार जुबैर के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 153-ए और 295-ए के तहत मामला दर्ज किया गया है।
Alt News co-founder Mohammed Zubair arrested by Delhi police under sections 153/295 IPC. pic.twitter.com/oI9OqLA56X
— ANI (@ANI) June 27, 2022
वहीं, ALT News के अन्य सह-संस्थापक प्रतीक सिन्हा ने ट्वीट लिखा कि “जुबैर को 2020 से एक अलग मामले में पूछताछ के लिए दिल्ली बुलाया गया था। जिसमें अदालत ने उन्हें गिरफ्तारी से सुरक्षा प्रदान की है। लेकिन उन्हें इस नए मामले में बिना किसी अनिवार्य सूचना के गिरफ्तार कर लिया गया। बार-बार अनुरोध के बावजूद हमें एफआईआर की कोई कॉपी नहीं दी जा रही है”।
If you support the work that @AltNews does to expose the hate propagated in mainstream media, please contribute toward our endeavour and support us to hold mainstream media accountable. You can make a donation at:https://t.co/QWbRnQioHr
— Pratik Sinha (@free_thinker) May 28, 2022
प्रतीक ने आगे लिखा कि “पुलिस ALT News को मिले चंदे को जुबैर से जोड़ रही है। ऑल्ट न्यूज़ को प्राप्त होने वाला सारा पैसा संगठन के बैंक में जाता है, किसी व्यक्ति को नहीं। जुबैर के व्यक्तिगत खाते का बैंक स्टेटमेंट जिसकी एक प्रति मेरे पास है। इस झूठ को खारिज करता है”। इसके अलावा भी उन्होंने लिखा “गलत सूचना, दुष्प्रचार और अभद्र भाषा से लड़ना जारी रखेगा, और लोगों और संगठनों को जवाबदेह ठहराता रहेगा, और इसे कोई नहीं रोक सकता”।
Fact-check: Absolutely lies. Police is linking donations received by Alt News to Zubair. All the money that Alt News receives goes to the organisations bank and not any individuals. The bank statement of Zubair's personal account of which I have a copy debunks this falsehood. pic.twitter.com/esrmEVpTPp
— Pratik Sinha (@free_thinker) June 28, 2022
आपको बता दें कि पत्रकार मोहम्मद जुबैर भाजपा की पूर्व नेता नूपुर शर्मा को ‘नफरत फैलाने वाले’ कहने के बाद चर्चा में आए थे। मोहम्मद जुबैर पर भाजपा से निलंबित प्रवक्ता नुपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर विवादास्पद टिप्पणी करते हुए एक टीवी डिबेट के वीडियो को एडिट कर वायरल करने का आरोप है। जिसके बाद से मुस्लिम देशों ने नूपुर शर्मा के बयान को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी थी।
यह है पूरा मामला
जुबैर को जिस मामले में गिरफ्तार किया गया है, वो 2018 में किया गया एक ट्वीट है। इसी महीने दिल्ली पुलिस को एक ट्विटर हैंडल ने जुबैर के 2018 के उस ट्वीट को लेकर शिकायत भेजी थी। दरअसल एक तस्वीर को ट्वीटर पर शेयर करते हुए जुबैर ने लिखा था कि, “2014 से पहले: हनीमून होटल और 2014 के बाद: हनुमान होटल”। जुबैर के इस ट्वीट पर @balajikijain नाम के ट्विटर हैंडल से आपत्ति जताई और इस ट्वीटर यूजर्स ने खुद को हनुमान भक्त बताया है।
Before 2014 : Honeymoon Hotel
After 2014 : Hanuman Hotel. #SanskaariHotel pic.twitter.com/1ri5i3IXy8— Mohammed Zubair (@zoo_bear) March 23, 2018
https://twitter.com/balajikijaiin/status/1538574828084817920?s=20&t=aC7qHvfZGSZHAyGTTzIzLA
इसके बाद @balajikijain ने 19 जून को लिखा कि, ‘हमारे भगवान हनुमान जी को हनीमून से जोड़ना हिंदुओं का सीधा अपमान है क्योंकि वो ब्रह्मचारी हैं। कृपया इस आदमी के खिलाफ कार्रवाई करें”। यूज़र की शिकायत पर 20 जून को दिल्ली पुलिस की IFSO यूनिट ने जुबैर के खिलाफ FIR दर्ज की और 7 दिन बाद बीते सोमवार यानी 27 जून की शाम को जुबैर को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार कर उन्हें एक दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबैर के गिरफ्तार होने के बाद कई बड़े नेताओं और मीडिया संगठनों ने इसकी निंदा की है।
राहुल गांधी
Every person exposing BJP's hate, bigotry and lies is a threat to them.
Arresting one voice of truth will only give rise to a thousand more.
Truth ALWAYS triumphs over tyranny. #DaroMat pic.twitter.com/hIUuxfvq6s
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 27, 2022
जुबैर की गिरफ्तारी पर राहुल गांधी ने कहा “बीजेपी की नफरत, कट्टरता और उनके झूठ को उजागर करने वाला हर शख्स उनके लिए खतरा है। सच की आवाज उठाने वाले एक शख्स को गिरफ्तार करने पर हजार और सामने आएंगे। अत्याचार पर हमेशा सत्य की विजय होती है”।
अखिलेश यादव
अच्छे नहीं लगते हैं उन झूठ के सौदागरों को सच की पड़ताल करने वाले… जिन्होंने अपनी आस्तीन में हैं पाले, नफ़रत का ज़हर उगलने वाले pic.twitter.com/JY7NlaCGUM
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) June 27, 2022
जुबैर की गिरफ्तारी को लेकर यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा नेता अखिलेश यादव ने भी कड़ी निंदा की है। ट्वीट कर लिखा कि, “अच्छे नहीं लगते हैं उन झूठ के सौ दागरों को सच की पड़ताल करने वाले… जिन्होंने अपनी आस्तीन में हैं पाले, नफरत का जहर उगलने वाले”।
असदउद्दीन औवेसी
Arrest of @zoo_bear is highly condemnable. He’s been arrested with no notice & in some unknown FIR. Total violation of due process. @DelhiPolice does nothing about anti-Muslim genocidal slogans but acts swiftly against “crime” of reporting hate speech & countering misinformation
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) June 27, 2022
AIMIM प्रमुख और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने मोहम्मद जुबैर की गिरफ्तारी को लेकर कहा कि “उन्होंने कहा कि मोहम्मद जुबैर की गिरफ्तारी अत्यंत निंदनीय है। उन्हें बिना किसी नोटिस के किसी अज्ञात FIR में गिरफ्तार किया गया है। यह प्रक्रिया का उल्लंघन है। दिल्ली पुलिस पर आरोप लगाते हुए ओवैसी ने कहा कि दिल्ली पुलिस मुस्लिम विरोधी नरसंहार के नारे लगाने वालों के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाती है, लेकिन अपराध की रिपोर्ट करने वाले और मिस इंफॉर्मेशन का मुकाबला करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करती है।
शशि थरूर
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा कि “आज के इस राजनीतिक दौर में जब झूठ फैलाया जाता है तो कुछ ही सर्विस उसे उजाकर करने का काम करती हैं। किसी के भी झूठ फैला पर वे उसका पर्दाफाश करते हैं। जुबैर को गिरफ्तार करना सच पर हमला करना है। उन्हें फौरन रिहा किया जाना चाहिए”।