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क्यों हुए ALT News के संस्थापक Mohd Zubair गिरफ्तार, नुपुर शर्मा मामले से क्या है संबध, जानिए पूरा मामला

सोमवार को ALT News के सह-संस्थापक और फैक्ट-चैकर मोहम्मद ज़ुबैर (Mohammed Zubair) को धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप को लेकर दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। ज़ुबैर को मजिस्ट्रेट ने एक दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।

दिल्ली पुलिस ने FIR में कहा है कि “जिस मामले को लेकर फैक्ट-चेकिंग वेबसाइट के सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर को कल रात गिरफ्तार किया गया था, उसमें ऐसे शब्द और चित्र थे जो लोगों के बीच “अत्यधिक उत्तेजक और घृणा की भावना को भड़काने के लिए पर्याप्त से अधिक थे”। वहीं दिल्ली पुलिस उपायुक्त केपीएस मल्होत्रा के मुताबिक इसी महीने 20 जून को पत्रकार जुबैर के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 153-ए और 295-ए के तहत मामला दर्ज किया गया है।

वहीं, ALT News के अन्य सह-संस्थापक प्रतीक सिन्हा ने ट्वीट लिखा कि “जुबैर को 2020 से एक अलग मामले में पूछताछ के लिए दिल्ली बुलाया गया था। जिसमें अदालत ने उन्हें गिरफ्तारी से सुरक्षा प्रदान की है। लेकिन उन्हें इस नए मामले में बिना किसी अनिवार्य सूचना के गिरफ्तार कर लिया गया। बार-बार अनुरोध के बावजूद हमें एफआईआर की कोई कॉपी नहीं दी जा रही है”।

प्रतीक ने आगे लिखा कि “पुलिस ALT News को मिले चंदे को जुबैर से जोड़ रही है। ऑल्ट न्यूज़ को प्राप्त होने वाला सारा पैसा संगठन के बैंक में जाता है, किसी व्यक्ति को नहीं। जुबैर के व्यक्तिगत खाते का बैंक स्टेटमेंट जिसकी एक प्रति मेरे पास है। इस झूठ को खारिज करता है”। इसके अलावा भी उन्होंने लिखा “गलत सूचना, दुष्प्रचार और अभद्र भाषा से लड़ना जारी रखेगा, और लोगों और संगठनों को जवाबदेह ठहराता रहेगा, और इसे कोई नहीं रोक सकता”।

आपको बता दें कि पत्रकार मोहम्मद जुबैर भाजपा की पूर्व नेता नूपुर शर्मा को ‘नफरत फैलाने वाले’ कहने के बाद चर्चा में आए थे। मोहम्मद जुबैर पर भाजपा से निलंबित प्रवक्ता नुपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर विवादास्पद टिप्पणी करते हुए एक टीवी डिबेट के वीडियो को एडिट कर वायरल करने का आरोप है। जिसके बाद से मुस्लिम देशों ने नूपुर शर्मा के बयान को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी थी।

यह है पूरा मामला
जुबैर को जिस मामले में गिरफ्तार किया गया है, वो 2018 में किया गया एक ट्वीट है। इसी महीने दिल्ली पुलिस को एक ट्विटर हैंडल ने जुबैर के 2018 के उस ट्वीट को लेकर शिकायत भेजी थी। दरअसल एक तस्वीर को ट्वीटर पर शेयर करते हुए जुबैर ने लिखा था कि, “2014 से पहले: हनीमून होटल और 2014 के बाद: हनुमान होटल”। जुबैर के इस ट्वीट पर @balajikijain नाम के ट्विटर हैंडल से आपत्ति जताई और इस ट्वीटर यूजर्स ने खुद को हनुमान भक्त बताया है।


https://twitter.com/balajikijaiin/status/1538574828084817920?s=20&t=aC7qHvfZGSZHAyGTTzIzLA

इसके बाद @balajikijain ने 19 जून को लिखा कि, ‘हमारे भगवान हनुमान जी को हनीमून से जोड़ना हिंदुओं का सीधा अपमान है क्योंकि वो ब्रह्मचारी हैं। कृपया इस आदमी के खिलाफ कार्रवाई करें”। यूज़र की शिकायत पर 20 जून को दिल्ली पुलिस की IFSO यूनिट ने जुबैर के खिलाफ FIR दर्ज की और 7 दिन बाद बीते सोमवार यानी 27 जून की शाम को जुबैर को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार कर उन्हें एक दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबैर के गिरफ्तार होने के बाद कई बड़े नेताओं और मीडिया संगठनों ने इसकी निंदा की है।

राहुल गांधी


जुबैर की गिरफ्तारी पर राहुल गांधी ने कहा “बीजेपी की नफरत, कट्टरता और उनके झूठ को उजागर करने वाला हर शख्स उनके लिए खतरा है। सच की आवाज उठाने वाले एक शख्स को गिरफ्तार करने पर हजार और सामने आएंगे। अत्याचार पर हमेशा सत्य की विजय होती है”।

अखिलेश यादव


जुबैर की गिरफ्तारी को लेकर यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा नेता अखिलेश यादव ने भी कड़ी निंदा की है। ट्वीट कर लिखा कि, “अच्छे नहीं लगते हैं उन झूठ के सौ दागरों को सच की पड़ताल करने वाले… जिन्होंने अपनी आस्तीन में हैं पाले, नफरत का जहर उगलने वाले”।

असदउद्दीन औवेसी


AIMIM प्रमुख और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने मोहम्मद जुबैर की गिरफ्तारी को लेकर कहा कि “उन्होंने कहा कि मोहम्मद जुबैर की गिरफ्तारी अत्यंत निंदनीय है। उन्हें बिना किसी नोटिस के किसी अज्ञात FIR में गिरफ्तार किया गया है। यह प्रक्रिया का उल्लंघन है। दिल्ली पुलिस पर आरोप लगाते हुए ओवैसी ने कहा कि दिल्ली पुलिस मुस्लिम विरोधी नरसंहार के नारे लगाने वालों के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाती है, लेकिन अपराध की रिपोर्ट करने वाले और मिस इंफॉर्मेशन का मुकाबला करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करती है।

शशि थरूर
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा कि “आज के इस राजनीतिक दौर में जब झूठ फैलाया जाता है तो कुछ ही सर्विस उसे उजाकर करने का काम करती हैं। किसी के भी झूठ फैला पर वे उसका पर्दाफाश करते हैं। जुबैर को गिरफ्तार करना सच पर हमला करना है। उन्हें फौरन रिहा किया जाना चाहिए”।