प्रधानमंत्री पर हमले की साजिश रच रहे दो आतंकी गिरफ्तार, 2047 तक भारत को इस्लामिक देश बनाने का प्लान

बिहार पुलिस ने एक बड़े टेरर मॉड्यूल का पर्दाफाश किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बिहार दौरे से एक दिन पहले पटना पुलिस ने दो लोगों को गिरफ़्तार किया था। पुलिस को कई संदिग्ध चीजें भी मिली हैं। इस दौरान यह भी पता चला है कि गिरफ्तार हुए दो व्यक्ति, मुस्लिम समुदाय के युवकों को प्रशिक्षित कर रहा था। अब इस मामले को एनआईए ने अपने हाथों में ले लिया है। उन्होंने एक और शख्स को गिरफ्तार किया है।

पटना पुलिस ने पटना के फुलवारीशरीफ से अतहर परवेज़ और मोहम्मद जलालुद्दीन को गिरफ़्तार किया है। उनके पास से पीआईएफ के झंडे, बुकलेट, पेम्पलेट और कई संदिग्ध चीज़े पटना पुलिस ने बरामद की है। जिसमें 2047 तक भारत को इस्लामिक देश बनाने का जिक्र किया गया है। पटना पुलिस के अनुसार दोनों शख्स फुलवारीशरीफ इलाके में आतंक का पाठशाला चला रहे थे। उनका मुख्य उद्देश्य हिंदुओ के खिलाफ मुस्लिमों को भड़काना था। दोनों के द्वारा अस्त्र शस्त्र चलाने की प्रशिक्षण दिया जाता था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार गिरफ्तार अतहर परवेज का भाई मंजर आलम जेल में बंद है। 2013 में प्रधानमंत्री मोदी के रैली में हुए बम धमाके में मंजर आलम शामिल था। इस बार भी प्रधानमंत्री मोदी के पटना दौरे के दौरान गड़बड़ी फैलाने की साजिश थी।

पटना के एसएसपी मनीष कुमार ने कहा कि भारत विरोधी गतिविधियों में लिप्त दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पिछले 2 महीने से कई लोग दूसरे राज्यों से लोग आ रहे थे। जो टिकट बुक करते समय और होटलों में अपना नाम बदल कर रह रहे थे। उन्होंने आगे कहा कि आरोपी झारखंड के एक सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी, मोहम्मद जल्लाउद्दीन के साथ-साथ सिमी के एक पूर्व सदस्य, जो पीएफआई और एसडीपीआई के वर्तमान सदस्य हैं, अतहर परवेज को गिरफ्तार किया गया है। सिमी पर प्रतिबंध लगने के बाद राज्य में 2001-02 में हुए बम धमाकों में परवेज का छोटा भाई जेल गया था।