सोनिया गांधी से ईडी 25 जुलाई को फिर करेगी पूछताछ, भाजपा नेता पूछा- कांग्रेस अध्यक्षा महामानव हैं क्या?
नेशनल हेराल्ड मामले में फिर से कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी को ईडी ने समन भेजा है। उन्हें 25 जुलाई को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। गुरुवार को लगभग दो घंटे की पूछताछ के बाद सोनिया गांधी वापस अपने आवास चली गई थी। इस दौरान प्रियंका गांधी भी उनके साथ में थी। वहीं विभिन्न राज्यों में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने जमकर प्रदर्शन किया। उनका मानना है कि सरकार सोनिया गांधी के खिलाफ साजिश कर रही है।
कांग्रेस के कई बड़े नेता हुए गिरफ्तार
ईडी के द्वारा सोनिया गांधी से पूछताछ के कारण कांग्रेस के बड़े नेताओं के साथ साथ कार्यकर्ताओं ने जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान पुर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम, शशि थरूर, सीएम अशोक गहलोत, सचिन पायलट सहित कई वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया है। वहीं देश के विभिन्न हिस्सों में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हिंसक प्रदर्शन किया। दिल्ली में ट्रेन को रोक दिया गया तो वही जयपुर में ईडी दफ़्तर के बाहर राजस्थान सरकार के मंत्री प्रताप सिंह सहित भारी संख्या में कांग्रेस नेताओं ने प्रदर्शन किया। वहीं कर्नाटक में कांग्रेस के कार्यकर्ता ने कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया।
सोनिया गांधी महामानव है क्या?
कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी के ईडी दफ्तर में पूछताछ करने को लेकर संसद में भी जमकर हंगामा हुआ। संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने कांग्रेस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि “वे महंगाई पर चर्चा किए जाने की मांग कर रहे थे। हमने कहा कि हम चर्चा के लिए तैयार हैं। इनकी समस्या क्या है। ये सदन चलाना चाहते हैं या नहीं चलाना चाहते हैं, मैं पूछना चाहता हूं कि कानून के सामने सब एक समान हैं या नहीं? कांग्रेस की अध्यक्षा महामानव हैं क्या?”कांग्रेस कार्यकर्ताओं के विरोध प्रदर्शन और शीर्ष कांग्रेस नेताओं के विरोध को बीजेपी ने ग़ैर-ज़रूरी बताते हुए इसकी भर्त्सना की है।
राहुल गांधी से भी इस मामले में हो चुकी है पूछताछ
कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष व सांसद राहुल गांधी से भी नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी ने 50 घंटे से अधिक पूछताछ कर चुकी है। राहुल गांधी से ‘यंग इंडियन’ की स्थापना, ‘नेशनल हेराल्ड’ के संचालन और एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड को कांग्रेस द्वारा दिए गए कर्ज तथा मीडिया संस्थान के भीतर धन के हस्तांतरण से जुड़े सवाल पूछे गए गए हैं। उस समय भी कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं के द्वारा देश के विभिन्न हिस्सों में जमकर प्रदर्शन किया गया था।