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ममता बनर्जी के बयान के बाद मार्गरेट ने जताई नाराजगी, दे डाली यह सलाह

राष्ट्रपति चुनाव के परिणाम के बाद विपक्षी एकता का पोल खुल गया। परिणाम आने के बाद जमकर क्रोसवोटिंग की बात सामने आई। अब उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर भी विपक्ष में टूट नज़र आ रही है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विपक्ष की उपराष्ट्रपति उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा को समर्थन ना देने का एलान किया है। उनके इस बयान पर मार्गरेट अल्वा ने नाराज़गी जताई है। उन्होंने कहा कि यह समय अहंकार या क्रोध का नहीं है। यह साहस, नेतृत्व और एकता का समय है। मार्गेट आल्वा ने कहा कि मेरा मानना ​​है कि ममता विपक्ष के साथ खड़ी रहेंगी।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को यह ऐलान किया था कि उनकी पार्टी उपराष्ट्रपति चुनाव से दूर रहेंगी। टीएमसी उपराष्ट्रपति चुनाव में मतदान नहीं करेगी। यह फैसला इसलिए लिया गया क्योंकि उपराष्ट्रपति पद की घोषणा करने से पहले ममता बनर्जी से उनकी राय नहीं ली गई थी। इस बात से टीएमसी के सभी नेता नाराज़ थे और पार्टी ने सर्वसम्मति से विपक्ष के इस फैसले का विरोध दर्ज करवाया है।

बता दें, आगामी उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए एनडीए ने पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल जगदीप धनखड़ और विपक्ष ने पूर्व राज्यपाल मार्गरेट अल्वा को अपना उम्मीदवार बनाया है। अब ममता बनर्जी के इस फैसले के बाद विपक्ष का टेंसन बढ़ गया है। माना जा रहा है कि उपराष्ट्रपति चुनाव में भी अबतक एनडीए को बढ़त मिलते दिख रही है। 6 अगस्त को उपराष्ट्रपति पद के लिए मतदान होने वाला है। परिणाम भी उसी दिन आने की संभावना है। 10 अगस्त को एम वेंकैया नायडू का कार्यालय ख़त्म हो रहा है।