बुर्जुर्गों को रेलवे में छूट नहीं मिलने पर राहुल गांधी ने सरकार पर साधा निशाना, कहा- मित्रों के लिए तारे तोड़ कर ला सकते हैं

केंद्र सरकार ने रेलवे में सफ़र के दौरान बुर्जुर्गों को मिलने वाली छूट को बहाल करने से मना कर दिया है। सरकार के इस फैसले के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने जमकर मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट करके मोदी सरकार के नीति पर सवाल उठाया है। हालांकि सरकार ने यह साफ़ कहा है कि टिकट के दाम पहले से कम हुए है, ऐसे में किसी भी छूट की जरूरत नहीं हैं।

राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा कि, “विज्ञापनों का खर्च 911 करोड़, नया हवाई जहाज़ 8,400 करोड़, पूंजीपति मित्रों के टैक्स में छूट 1,45,000 करोड़ प्रति साल। लेकिन सरकार के पास बुज़ुर्गों को रेल टिकट में छूट देने के लिए 1500 करोड़ नहीं हैं। मित्रों के लिए तारे तक तोड़ कर लाएंगे, मगर जनता को कौड़ी-कौड़ी के लिए तरसाएंगे।” राहुल गांधी लगातार उद्योपति मित्र की मदद का आरोप मोदी सरकार पर लगाते रहे हैं।

बता दें, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसी मुद्दे पर लोकसभा में जवाब दिया था। उन्होंने कहा था कि वर्तमान समय में भी सरकार ही रेल किराये का 50 प्रतिशत खर्च उठाती है। बताया गया है कि रेल किराये में दिव्यांग सहित 11 विभिन्न कैटगरी के अन्य यात्रियों को छूट दी जाएगी। वैसे 60 वर्ष की आयु सीमा पार करने वाले बुजुर्गों को कोरोना से पहले 50 फीसदी की छूट दी जाती थी। भारत में कोरोना के आने बाद रेल सुविधा बंद हो गई थी, जिसके कारण रेल को भारी नुकसान हुआ था। उसी समय रेलवे ने इस सुविधा को बंद कर दिया था और अभी सरकार इस सुविधा को फिर से बहाल करने के मूड में नहीं हैं।