हाईकोर्ट ने कांग्रेस नेताओं से स्मृति की बेटी से संबंधित ट्वीट हटाने को कहा, जारी किया समन
दिल्ली हाई कोर्ट ने शुक्रवार को कांग्रेस नेताओं जयराम रमेश, पवन खेड़ा और नेट्टा डिसूजा को मानहानि के मामले में समन जारी किया। ये नोटिस केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी द्वारा दायर याचिका पर आया है जिसमें उन्होंने शिकायत की उन पर और उनकी बेटी पर कांग्रेस नेताओं ने बेबुनियाद आरोप लगाए हैं।
दिल्ली उच्च न्यायालय ने हमें स्मृति ईरानी द्वारा दायर मामले का औपचारिक जवाब देने के लिए नोटिस जारी किया है। हम अदालत के सामने तथ्यों को पेश करने के लिए उत्सुक हैं। हम स्मृति ईरानी द्वारा डाली जा रही दायर मुकदमें को चुनौती देंगे और खारिज करेंगे: कांग्रेस नेता जयराम रमेश का ट्वीट pic.twitter.com/gsUOhDkYFe
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 29, 2022
न्यायमूर्ति मिनी पुष्कर्ण ने कांग्रेस के तीन नेताओं को महिला एवं बाल विकास मंत्रालय और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय का प्रभार संभालने वाली ईरानी के खिलाफ लगे आरोपों के संबंध में सोशल मीडिया से ट्वीट, रीट्वीट, पोस्ट, वीडियो और फोटो हटाने का निर्देश दिया। अदालत ने कहा कि यदि प्रतिवादी 24 घंटे के भीतर उसके निर्देशों का पालन करने में विफल रहते हैं, तो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर, फेसबुक और यूट्यूब खुद ही उस कंटेंट को हटा देंगे।
बता दें, ईरानी की यह कार्रवाई कांग्रेस नेताओं द्वारा आरोप लगाए जाने के बाद आई है कि उनकी 18 वर्षीय बेटी जोइश ईरानी गोवा में अवैध रूप से एक बार चला रही है और इस पर मंत्री पर निशाना साधा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उन्हें अपने मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग की। हालांकि स्मृति एक प्रेस कांफ्रेंस कर सारे आरोपों का जवाब दे चुकी हैं।