‘कुछ लोग धर्म के नाम पर नफरत फैला रहे हैं’: NSA अजीत डोभाल ने दी चेतावनी
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने शनिवार को कहा कि कुछ तत्व ऐसा माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे देश की प्रगति बाधित हो रही है। डोभाल ने यहां कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में ऑल इंडिया सूफी सज्जादानशीन काउंसिल द्वारा आयोजित एक अंतरधार्मिक सम्मेलन में विभिन्न धर्मों के धार्मिक नेताओं की उपस्थिति में यह टिप्पणी की। डोभाल ने कहा, ‘ऐसे तत्व धर्म और विचारधारा के नाम पर कटुता और संघर्ष पैदा कर रहे हैं, यह पूरे देश को प्रभावित करने के साथ ही देश के बाहर भी फैल रहा है।’
Delhi: "…We condemn when an incident occurs. It's time to do something. Need of hour to rein in & ban radical orgs. Be it any radical org, incl PFI they should be banned if there is evidence against them..," says Hazrat Syed Naseruddin Chishty in the presence of NSA Doval
— ANI (@ANI) July 30, 2022
डोभाल ने कहा, ‘दुनिया में संघर्ष का माहौल पैदा हो रहा है। अगर हमें उस माहौल का मुकाबला करना है तो देश की एकता को एक साथ बनाए रखना जरूरी है और सशक्त मुल्क की तरह आगे बढ़ें। पिछले कुछ सालों से देश जो तरक्की कर रहा है, इसका जो लाभ होगा वो हर हिंदुस्तानी को होगा।’ उन्होंने कहा, ‘चंद लोग जो धर्म या विचारधारा के नाम पर लोगों में हिंसा या संघर्ष पैदा करने का प्रयत्न करते हैं उसका प्रभाव पूरे देश पर होता है। देश के अंदर भी होता है और देश के बाहर भी होता है।’
एनएसए अजित डोभाल ने कहा कि कट्टरपंथियों के खिलाफ आवाज बुलंद करने का वक्त आ गया है। उन्होंने कहा, ‘मूकदर्शक बने रहने के बजाय हमें अपनी आवाज को मजबूत करने के साथ-साथ अपने आपसी मतभेदों को दूर करने के लिए जमीनी स्तर पर काम करना होगा। हमें भारत के हर संप्रदाय को यह महसूस कराना है कि हम एक साथ एक देश हैं, हमें इस पर गर्व है और हर धर्म को यहां अपनी आजादी के साथ रहने का अधिकार है।’
एनएसए डोभाल की अध्यक्षता में आयोजित अंतर-धार्मिक बैठक में विभिन्न धर्मों के धर्मगुरुओं ने हिस्सा लिया। एआईएसएससी के तत्वावधान में आयोजित सम्मेलन में धार्मिक नेताओं ने ‘पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया जैसे संगठनों और ऐसे अन्य मोर्चों पर प्रतिबंध लगाने’ का एक प्रस्ताव पारित किया जो ‘राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में लिप्त’ रहे हैं।