ताइवान के आसपास चीन का सैन्य अभ्यास जारी
चीन ने ताइवान के आसपास अपना अप्रत्याशित सैन्य अभ्यास सोमवार को भी जारी रखा। अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा से अप्रसन्न चीन ने यह अभ्यास शुरू किया है जो सात अगस्त को समाप्त होना था। चीन का दावा है कि यह द्वीप को उसका हिस्सा है।
चीन के सरकारी समाचार पत्र ‘ग्लोबल टाइम्स’ की खबर के अनुसार, पीपुल्स लिबेरशन आर्मी (पीएलए) की पूर्वी थिएटर कमान ने सोमवार को कहा कि वह ताइवान द्वीप के नज़दीक अपना सैन्य अभ्यास जारी रखेगी जिसका जोर पनडुब्बी रोधी कार्रवाई और हवा से पोत पर हमला करने पर है।
पीएलए ने चार से सात अगस्त के तक द्वीप के आसपास छह क्षेत्र में संयुक्त अभ्यास किया था जिसमें उसकी सभी सशस्त्र इकाइयां शामिल थीं। सरकारी अखबार की खबर के अनुसार, पीएलए रविवार को योजना के साथ आगे बढ़ा और ताइवान द्वीप के आसपास समुद्र और वायु क्षेत्र में यथार्थवादी युद्ध संयुक्त अभ्यास जारी रखा और द्वीप पर कब्जा करने वाले अभ्यास किए।
पीएलए की कमान ने रविवार देर रात एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि उसके बलों ने ताइवान द्वीप के आसपास के जल और हवाई क्षेत्र में रविवार को निर्धारित संयुक्त युद्ध प्रशिक्षण अभ्यास जारी रखा। सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ की खबर के अनुसार, सतह पर स्थित लक्ष्यों को निशाना बनाने के लिए संयुक्त रूप से हमला करने की क्षमताओं के परीक्षण पर ध्यान केंद्रित किया गया और लंबी दूरी के हवाई लक्ष्यों को निशाना बनाने का परीक्षण किया गया।
थिएटर कमान के तहत वायु सेना ने अलग अलग तरह के विमानों को तैनात किया जिनमें पूर्व चेतावनी विमान, बम वर्षक विमान, लड़ाकू विमान आदि शामिल थे।
वायु सैनिकों ने लंबी दूरी की कई रॉकेट प्रणालियों और पारंपरिक मिसाइल सैनिकों के साथ मिलकर लक्ष्यों पर संयुक्त रूप से सटीक हमलों का अभ्यास किया। इनमें नौसेना और वायु युद्ध प्रणालियों से उन्हें मदद मुहैया कराई गई।
कई बम वर्षक विमानों ने उत्तर से दक्षिण और दक्षिण से उत्तर की ओर ताइवान जलडमरूमध्य के आसमान में चक्कर लगाए जबकि कई लड़ाकू विमानों ने विध्ंसकों और युद्धपोत के साथ संयुक्त अभ्यास किया।
खबर के मुताबिक, पीएलए पूर्वी थिएटर कमान के वायु सेना अधिकारी झांग झी ने कहा कि सूचना आधारित स्थितियों के तहत अभियान के दौरान युद्ध प्रणालियों की रणनीति को जांचा गया और द्वीप के अहम लक्ष्यों को तबाह करने की क्षमताओं में सुधार किया गया।
यह अभ्यास कब खत्म होगा इसे लेकर कोई आधकारिक घोषणा नहीं की गई है। खबर कहती है कि पीएलए अपने अप्रत्याशित युद्ध अभ्यास के प्रभावों की समीक्षा कर रही है जिसमें उसकी सारी इकाइयां शामिल हैं। वहीं उसके अगले कदम और भविष्य की कार्रवाई पर बीजिंग की दुविधा को लेकर सवाल बना हुआ है।