फिल्ममेकर अनुराग कश्यप ने कहा, “किसी के बॉयकॉट करने से मेरी ज़िंदगी खत्म नहीं हो जाएगी”
फिल्ममेकर अनुराग कश्यप अक्सर अपनी कही बातों को लेकर विवादों में आ जाते हैं। वह कहते हैं कि उनकी पूरी जिंदगी ही कंट्रोवर्सी से गुजरी है। अनुराग का कहना है कि कंट्रोवर्सियां इसलिए घेरती हैं क्योंकि कई बार लोग सच से डील नहीं कर पाते हैं। दूसरा, कंट्रोवर्सी इसलिए भी होती है कि क्योंकि लोगों को पता है जैसा वह सवाल पूछेंगे मैं वैसा ही जवाब भी दूंगा। जानबूझकर वैसे सवाल पूछे जाते हैं। ये टेम्प्लेट सवाल होते हैं जिसे मीडिया हाउस खुद ही देते हैं।
इंडिया टीवी को दिए साक्षात्कार में अनुराग ने बॉलीवुड फिल्मों को लेकर चले रहे बॉयकॉट अभियान पर खुलकर अपनी बात कही। उन्होंने कहा कि लोगों को पता नहीं क्यो लगता है कि दुनिया में जो भी चीजें हो रही हैं, उसका जवाब फिल्मवालों के पास होनी चाहिए। बॉयकॉट का जो कल्चर है, वह सोशल मीडिया का कल्चर है। एक लाल सिंह चड्ढा चले, या जो भी फिल्म चले, उसका फायदा तो हमें ही है न। कोई भी फिल्म चलती है, उसका पैसा इंडस्ट्री में आता है और उसका फिल्म बनाते हैं।
सोशल मीडिया से लेकर मेनस्ट्रीम मीडिया में बॉयकॉट को लेकर चले रहीं चर्चाओं पर उन्होंने कहा कि सामान्य सी बात का जवाब सामान्य तरीके से ही मिलेगा। सामान्य बात हो नहीं रही है। मीडिया में निगेटिव क्लिक बेट ज्यादा चलते हैं। तो सवाल ही ऐसे पूछते हैं।अभी बॉयकॉट, बॉयकॉट, बॉयकॉट लागए हैं। जिसको फिल्म देखनी है देखेगा, जिसको नहीं देखनी है नहीं देखेगा। अनुराग ने कहा कि अगर बॉयकॉट का मूवमेंट चलाना है तो चलाएंगे ही लोग। उनके दिमाग में जो भी चल रहा है करेंगे।
बातचीत में अनुराग ने सुशांत सिंह राजपूत का जिक्र किया। उन्होंने कहा, वे अभी भी सुशांत सिंह राजपूत को ट्रेंड कराते हैं। उसके लेकर मारे जा रहे हैं। इंडस्ट्री में सबको काम ही करना है। किसी को कुछ और करना नहीं है। अनुराग ने खुद को शामिल किया। कहा कि वे इस तरह की बातें करते हैं कि हमने तुमको बनाया है। अनुराग ने कहा कि तुमको किसने कहा हमको बनाने को। और हमारे बनने के बाद क्यों बोल रहे हो कि हमने बनाया है।