“छत्तीसगढ़ अय्याशी का अड्डा नहीं”, पूर्व मुख्यमंत्री ने भूपेश बघेल पर जमकर साधा निशाना
झारखंड में इस वक़्त सियासी उठापटक जारी है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की कुर्सी ख़तरे में नज़र आ रही है। मंगलवार को सोरेन सरकार में शामिल सभी विधायक छत्तीसगढ़ पहुँचे हैं। निजी होटल में सभी विधायकों को ठहराया गया है। कल देर रात छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी सभी विधायकों से मुलाकात की है। वहीं, भाजपा अब इसको लेकर छत्तीसगढ़ सरकार पर हमलावर हो गई है।
#WATCH रायपुर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मेफेयर रिसॉर्ट पहुंचे। मेफेयर रिसॉर्ट में झारखंड के UPA के विधायक ठहरे हुए हैं। pic.twitter.com/qp9eB8QImA
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 30, 2022
विधायकों से मिलने पहुँचे मुख्यमंत्री बघेल
कांग्रेस नेता व छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि ” राजभवन ने अभी तक चुनाव आयोग की चिट्ठी नहीं खोली है यानी कुछ योजना बनाई जा रही है। झारखंड के विधायक यहां आए हैं इसलिए वे चिंतित हैं। अगर झारखंड में विधायकों को मुक्त कर दिया जाता तो उन्हें खरीदने और 20 करोड़ रुपये देने का मौका मिलता।” मुख्यमंत्री बघेल मंगलवार देर रात विधायकों से मिलने होटल पहुँचे थे।
झारखंड के विधायक आए हैं और जिस तरह से भाजपा हॉर्स ट्रेडिंग कर रही है, ऐसी स्थिति में विधायकों को सुरक्षित रखने का फैसला किया है। वे छत्तीसगढ़ आए हैं, उनका स्वागत है: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल pic.twitter.com/Wt9NoOh4HW
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 31, 2022
छत्तीसगढ़ अय्याशी का अड्डा नहीं!
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने सरकार पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर करते हुए कहा कि “भूपेश जी कान खोलकर सुन लीजिए! छत्तीसगढ़ अय्याशी का अड्डा नहीं है, जो छत्तीसगढ़ियों के पैसे से झारखंड के विधायकों को दारू-मुर्गा खिला रहे हैं। असम, हरियाणा के बाद अब झारखंड के विधायको का डेरा, इन अनैतिक कार्यों के लिया। छत्तीसगढ़ महतारी आपको कभी माफ नहीं करेगी।” जिस वीडियो को रमन सिंह के द्वारा साझा किया गया है, उसमें एक गाड़ी में शराब की पेटियां दिखाई दे रही है। भाजपा के द्वारा यह आरोप लगाया जा रहा है कि यह शराब झारखंड के विधायकों के लिए ले जाया जा रहा है।
भूपेश जी कान खोलकर सुन लीजिए!
छत्तीसगढ़ अय्याशी का अड्डा नहीं है, जो छत्तीसगढ़ियों के पैसे से झारखंड के विधायकों को दारू-मुर्गा खिला रहे हैं।
असम, हरियाणा के बाद अब झारखंड के विधायको का डेरा, इन अनैतिक कार्यों के लिए
छत्तीसगढ़ महतारी आपको कभी माफ नहीं करेगी। pic.twitter.com/rBxQl51esd— Dr Raman Singh (@drramansingh) August 30, 2022
अंकित को लेकर रघुबर दास ने साधा निशाना
वहीं झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास ने भी हेमंत सोरेन पर हमला बोला है। उन्होंने रमन सिंह के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए लिखा, “फिर शर्मसार हुआ झारखंड। एक ओर झारखंड के आदिवासी, दलित, बहन-बेटियां हेमंत सरकार के कुशासन से कराह रही हैं, दूसरी ओर सरकार मौज मस्ती में मगन है। इन्हें न तो अंकिता की वेदना सुनाई दी, न महादलित परिवारों का दर्द दिखेगा और न ही बलात्कार की शिकार आदिवासी बेटी की सिसकियां सुनाई देगी।”
फिर शर्मसार हुआ झारखंड।
एक ओर झारखंड के आदिवासी, दलित, बहन-बेटियां हेमंत सरकार के कुशासन से कराह रही हैं, दूसरी ओर सरकार मौज मस्ती में मगन है।
इन्हें न तो अंकिता की वेदना सुनाई दी, न महादलित परिवारों का दर्द दिखेगा और न ही बलात्कार की शिकार आदिवासी बेटी की सिसकियां सुनाई देगी। https://t.co/drv5rJ5P0m
— Raghubar Das (@dasraghubar) August 30, 2022
बता दें, पद के दुरुपयोग मामले में यह माना जा रहा है कि हेमंत सोरेन को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ सकता है। राज्यपाल के द्वारा यह फैसला किया जाना है। लेकिन सोरेन सरकार के तरफ से यह लगातार आरोप लगाया जा रहा है कि भाजपा झारखंड सरकार गिराने की साजिश में लगी हुई है। इसी वजह से यूपीए के सभी विधायकों को छत्तीसगढ़ ले जाया गया है। हालांकि अंकिता के हत्या के बाद सोरेन सरकार लगातार घिरी हुई है। अब इस वक़्त में रिसोर्ट पॉलिटिक्स के बाद विपक्ष को सरकार को घेरने का बड़ा मौका मिल गया है।