बाढ़ ग्रसित क्षेत्रों का योगी आदित्यनाथ ने किया दौरा, कहा- जनहानि हुई तो परिवार को मिलेंगे 4 लाख रुपए

प्रदेश में हो रही अत्यधिक वर्षा से बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। प्रदेश के 17 जिलों के 944 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। बाढ़ के कारण इन जिलों की 8.43 लाख जनसंख्या प्रभावित है। जनकरी के अनुसार, गंगा नदी बदायूं, शारदा नदी लखीमपुर खीरी, सरयू बबई नदी बहराइच, घाघरा नदी बाराबंकी, अयोध्या व बलिया, राप्ती नदी श्रावस्ती, बलरामपुर व गोरखपुर, बूढ़ी राप्ती सिद्धार्थनगर, रोहिन नदी महाराजगंज और क्वानो गोंडा में खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी विभिन्न जगहों पर जाकर बाढ़ राहत सामग्री बांटी है और स्थिति का जायजा लिया है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाढ़ से प्रभावित सभी जनपदों में राहत एवं पुनर्वास कार्य तेज करने और अपर जिलाधिकारी या ज्वाइंट मजिस्ट्रेट स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में जनपदीय कंट्रोल रूम को हर समय क्रियाशील रखने के निर्देश दिए हैं। साथ ही बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथने आज अपने सरकारी आवास पर एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश में पिछले दिनों हुई अतिवृष्टि से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की है। साथ ही मुख्यमंत्री जी ने मंत्रियों को अपने प्रभार वाले जनपदों का भ्रमण कर राहत कार्यों को बेहतर बनाने में सहयोग करने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को बहराइच, श्रीवस्ती समेत कई अन्य बाढ़ ग्रसित क्षेत्र में गए है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “पहले ही निर्देश दिए गए है कि कही भी जनहानि होती है तो उन परिवारों को 4 लाख रुपए दिए जाएं।” मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “जिनके आवास पूरी तरह से नदी में विलीन हो गए हैं उन्हें मुख्यमंत्री आवास योजना से आवास दिया जाए और जिनके आवास बाढ़ में क्षतिग्रस्त हो गए हैं उन्हें आर्थिक सहायता देने की व्यवस्था की गई है।”