विदेश मंत्री जयशंकर ने आतंकवाद निरोधी समिति के बैठक को किया संबोधित, बैठक का आज दूसरा दिन
राजधानी दिल्ली में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक चल रही है। शनिवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आंतक निरोधी समिति के बैठक को संबोधित किया है। उन्होंने कहा कि यह उन देशों को का ध्यान केंद्रीत करने में बहुत प्रभावी रहा है जिन्होंने आतंकवाद को राज्य द्वारा वित्त पोषित उद्यम में बदला है। बता दें, शनिवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आतंकवाद निरोधी समिति बैठक का दूसरा दिन है। इस बैठक में अंतरराष्ट्रीय समुदाय के कई देश शामिल हुए हैं। इस बैठक के दौरान आतंकवाद से बचने वाले लोगों, पीड़ितों और उनके परिवारों की याद में एक मिनट का मौन रखा गया।
#WATCH दिल्ली: संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आतंकवाद निरोधी समिति की बैठक के दूसरे दिन अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के सदस्य एकत्र हुए। इस दौरान आतंकवाद से बचने वाले लोगों, पीड़ितों और उनके परिवारों की याद में एक मिनट का मौन रखा गया। pic.twitter.com/7xL2uQW1iB
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 29, 2022
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सुरक्षा परिषद के बैठक को संबोधित करते हुए कहा, “आतंकवाद मानवता के ऊपर सबसे बड़े ख़तरों में से एक है। UNSC ने पिछले 2 दशकों मेंआतंकवाद जैसे ख़तरे से निपटने के लिए मुख्य रूप से आतंकवाद विरोधी प्रतिबंध व्यवस्था के आसपास निर्मित एक महत्वपूर्ण वास्तुकला विकसित की है।” उन्होंने आगे कहा, “CTC की इस विशेष बैठक के लिए आज दिल्ली में आप सबकी उपस्थिति यहां पर हुई है जोकि UNSC के सदस्य, सदस्य देशों के आतंकवाद के महत्वपूर्ण और उभरते हुए पहलूओं पर ध्यान केंद्रीत करने को दर्शाती है।”
CTC की इस विशेष बैठक के लिए आज दिल्ली में आप सबकी उपस्थिति यहां पर हुई है जोकि UNSC के सदस्य, सदस्य देशों के आतंकवाद के महत्वपूर्ण और उभरते हुए पहलूओं पर ध्यान केंद्रीत करने को दर्शाती है: दिल्ली में आतंकवाद निरोधी समिति की विशेष बैठक में विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर pic.twitter.com/KVmtas9ayf
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एस जयशंकर ने संबोधित करते हुए कहा, “समाज को अस्थिर करने के उद्देश्य से प्रचार, कट्टरता और षड्यंत्र के सिद्धांतों को फैलाने के लिए इंटरनेट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म आतंकवादियों और आतंकवादी समूहों के टूलकिट में शक्तिशाली उपकरण बन गए हैं।” उन्होंने कहा, “हाल के वर्षों में आतंकवादी समूहों ने विशेष रूप से खुले और उदार समाजों में तकनीक तक पहुंच प्राप्त करके अपनी क्षमताओं को बढ़ाया है। वे स्वतंत्रता, सहिष्णुता और प्रगति पर हमला करने के लिए खुले समाज की तकनीक, धन और लोकाचार का उपयोग करते हैं।”
हाल के वर्षों में आतंकवादी समूहों ने विशेष रूप से खुले और उदार समाजों में तकनीक तक पहुंच प्राप्त करके अपनी क्षमताओं को बढ़ाया है। वे स्वतंत्रता, सहिष्णुता और प्रगति पर हमला करने के लिए खुले समाज की तकनीक, धन और लोकाचार का उपयोग करते हैं: दिल्ली में विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर pic.twitter.com/OKQsAzrC4x
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