विश्व सिजोफ्रेनिया जागरूकता दिवस दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग द्वारा मनाया गया
जागरूकता सत्र और विशेष ऑडियो-वीडियो और रेडियो कार्यक्रम आयोजित किए गए
दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग (डीईपीडब्ल्यूडी) ने जागरूकता बढ़ाने और मानसिक बीमारी के बारे में समाज की नकारात्मक सोच को बदलने के लिए सिजोफ्रेनिया दिवस मनाया। यह उन चुनौतियों पर से परदा उठाता है जिनसे दुनिया भर के सिजोफ्रेनिया से पीड़ित हजारों लोगों को रोज़ाना सामना करना पड़ता है।
सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार के तहत दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग देश के दिव्यांगजनों के सभी विकास एजेंडे की देखभाल करने वाली नोडल संस्था है। जनता के बीच सिजोफ्रेनिया के बारे में जागरूकता पैदा करने की दृष्टि से, विभाग ने विश्व सिजोफ्रेनिया दिवस मनाया। इससे जुड़े संस्थानों के माध्यम से पूरे भारत में 30 से अधिक स्थानों पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए।
विश्व सिजोफ्रेनिया दिवस मनाने के लिए देश भर में निम्नलिखित गतिविधियों का आयोजन किया गया:-
* जागरूकता और संवेदीकरण सत्र
* विशेष ऑडियो-वीडियो और रेडियो कार्यक्रम और विशेषज्ञों द्वारा पैनल चर्चा, नुक्कड़ नाटक, पोस्टर मेकिंग और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताएं।
वेबिनार
* सिजोफ्रेनिया में शुरुआती हस्तक्षेप पर वेबिनार- एक मनोवैज्ञानिक और मनोचिकित्सक परिप्रेक्ष्य
* आईडी वाले बच्चों को टीएलएम वितरण
* “सिजोफ्रेनिया के शुरुआती लक्षण और इसके प्रबंधन” पर लघु अवधि प्रशिक्षण कार्यक्रम
* व्यावसायिक स्टालों का प्रदर्शन जिसके माध्यम से सिजोफ्रेनिया वाले व्यक्तियों द्वारा बनाए गए उत्पाद
* सिजोफ्रेनिया पर जागरूकता के बारे में एक नाटक
* चिकित्सा शिविर।