अगर अखिलेश नहीं माने तो छोटी पार्टियों के साथ मिलकर चुनाव लडूंगा: शिवपाल यादव
समाजवादी पार्टी के पूर्व सुप्रीमों मुलायम सिंह यादव के भाई शिवपाल यादव ने कहा कि गठबंधन करने के लिए उनकी पहली पसंद अखिलेश यादव है। लेकिन, अगर वो नहीं माने तो हम उत्तर प्रदेश की छोटी – छोटी पार्टियों के साथ मिलकर विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे। पूर्व एसपी राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव ने एक इंटरव्यू में दिप्रिंट से कहा, ‘नेता जी (मुलायम सिंह यादव) ने मेरे और अखिलेश के बीच, कुछ फोन कॉल्स में मध्यस्थता की है। जब भी अखिलेश उनके पास जाते हैं, वो मुझे फोन पर ले लेते हैं। पिछली बार जब मेरी अखिलेश से बात हुई थी, उसे 4 महीने हो गए हैं।’
शिवपाल यादव ने कहा कि उन्होंने एक अखबार के जरिए पढ़ा था कि समाजवादी पार्टी उन्हें 2022 के विधानसभा में 1 सीट देने का ऑफर कर रही है, इससे उन्हें अपमानित महसूस हुआ है।
शिवपाल यादव ने कहा, 2019 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें ऑफर दिया था, लेकिन उन्होंने इसको ठुकरा दिया। शिवपाल ने कहा कि हमारी और भाजपा की विचारधाराएँ बहुत अलग – अलग है। शिवपाल ने आगे कहा कि मैंने अखिलेश को लोकसभा चुनाव से पहले कहा था कि मेरी कुछ मांग नहीं है, लेकिन चलो एक गठबंधन कर लेते हैं। जिसपर वो नहीं माने।
उन्होंने कहा, ‘इस बार भी, पहली पसंद अखिलेश और परिवार हैं, लेकिन अगर उनका मन नहीं बदलता तो फिर हम छोटे दलों के साथ (गठबंधन में) जाएंगे’.
उन्होंने आगे कहा कि उन्होंने अख़बारों में इस बारे में पढ़ा है कि 2022 चुनावों के लिए एसपी उन्हें एक सीट पेश कर रही है और इससे उन्हें अपमान महसूस हुआ.
मुलायम सिंह यादव के छोटे भाई शिवपाल, एसपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती सरकार के दौरान नेता प्रतिपक्ष और यूपी विधानसभा में पांच बार विधायक रहे हैं. एसपी में कई महीने चली अंदरूनी लड़ाई के बाद, 2018 में उन्होंने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) का गठन किया है.