2024 में होगा मोदी बनाम शरद पवार?
यूपीए में शरद पवार के हाथों में नेतृत्व देने की बात लम्बे समय से चल रही है। शिवसेना नेता संजय राउत सहित कई बड़े नेताओं का मानना है कि अगर शरद पवार के हाथों में यूपीए की कमान दी जाती है तो भारत की राजनीतिक तस्वीर बदल सकती है। अब एनसीपी नेता प्रफूल पटेल ने भी इस बात को दोहराया है। उन्होंने कहा है कि अगर विपक्षी पार्टियां और पूरा महाराष्ट्र शरद पवार के साथ हो जाए,तो भारत में राजनीतिक तस्वीर बदल सकती है।
Our party's unfulfilled dream will come true. If the entire opposition stands united, then we can bring about a change…If entire Maharashtra is standing behind Sharad Pawar, then it's natural that some different picture could emerge: NCP leader Praful Patel on Sharad Pawar pic.twitter.com/ysz3zUycwj
— ANI (@ANI) December 12, 2020
शरद पवार को राजनीति का लम्बा अनुभव है। वे कई सरकारों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके है। मनमोहन कैबिनेट में भी वो कृषि मंत्री की कुर्सी पर काबिज़ रह चुकें हैं।
किसानों के नेता शरद पवार
वर्तमान में जहाँ मोदी सरकार से देश के किसान बहुत नाराज़ नज़र आ रहे हैं। नए कृषि कानूनों के खिलाफ उनका प्रदर्शन जारी है। मोदी सरकार की छवि इस कानून के बाद किसान विरोधी की बन गई है। वहीं शरद पवार की छवि किसान नेता की है। कृषि मंत्री रहते हुए उनकी कई सारी पॉलिसीस ने देश में किसानों की हालत को बेहतर किया। शरद पवार को इस बात का फायदा मिल सकता है।
राहुल गाँधी के बदले पवार
कांग्रेस के नेता राहुल गाँधी को अभी भी भारत के राजनीति में कोई सीरियस नहीं ले रहा है। उनके पार्टी के नेताओं के तरफ से भी उनकी नेतृत्व क्षमता पर सवाल उठते रहे हैं ऐसे में शरद पवार का अनुभव और राजनीतिक सूझबूझ यूपीए के लिए फायदेमंद हो सकता है।