गेमिंग उद्योग में भविष्य बनाने का नया विकल्प, जानिए गेमिंग उद्योग कैसे बना सकते है
गेमिंग और कुछ नहीं बल्कि एक वीडियो गेम है। जहां आपको गेम खेलने के लिए दोस्तों के साथ जुड़ने के लिए एक वर्चुअल सोशल मंच मिलता है।
गेमिंग उद्योग में भारत दुनिया में दूसरे स्थान पर है। भारत में गेमिंग एक सबसे लोकप्रिय और रोमांचक उद्योग बन गया है, जिसने अपने मंच को युवा और मोबाइल गेम्स द्वारा एकमात्र बाजार बना दिया है और इसके दर्शक दिन-ब-दिन बढ़ रहे हैं। यूट्यूब और फेसबुक ने अपने ऐप्स में गेमिंग के लिए एक अलग जगह बना लिया है, यानी यूट्यूब और फेसबुक ने गेमिंग का अलग पेज बन दिया है जहां हर तरफ़ गेम्स ही गेम्स होंगे।
भारत में गेमिंग पिछले साल से बहुत विकसित हो चुका है, जब दुनिया में लॉकडाउन हो गया था और हर कोई बोरियत से लड़ रहा था। मनोरंजन पाने के लिए लोग अलग-अलग तरीके ढूंढ रहे थे।
इसमें कोई शक नहीं, सोशल मीडिया ऐप्स में मनोरंजन होता है लेकिन पूरे समय के लिए नहीं मनोरंजित रह पाते है । फ़िल्म, टीवी और यहाँ तक की ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर भी हम आपने समय व्यतीत कर सकते है। कुछ लोगो ने उसमे समय व्यतीत किया और वहीं दूसरी तरफ कुछ लोगो ने अपना समय गेम्स खेलने में व्यतीत किया।
गेमिंग इंडस्ट्री ने अपनी तरीकी कर लोगो के दिलों में अपनी जगह बना ली है, अब लोग इस इंडस्ट्री को टाइमपास नहीं समझते। और इसी से गेमिंग इंडस्ट्री 2022 तक 140 अरब को पार करने की उम्मीद कर रही है।
भारतीय माता-पिता अपने बच्चों को कड़ी मेहनत से पढ़ने को और एक सफल नौकरी पाने के लिए शिक्षा देते थे। लेकिन गुजरते समय के साथ, गेमिंग उद्योग ने माता-पिता को गलत साबित कर दिया है और कुछ माता-पिता अब अपने बच्चे को गेमिंग में करियर बनाने के लिए सहारा दे रहे हैं।
पिछले साल सबसे लोकप्रिय और खेले गए गेम हैं: पबजी मोबाइल, लूडो किंग, माइनक्राफ्ट, एपेक्स लीजेंड, आदि ।
खेल खेलने के लिए कई मंच हैं- कंसोल (पीएस, एक्स बॉक्स), पीसी, मोबाइल और लैपटॉप।
इसके अलावा, विभिन्न मंच के साथ इतने सारे खेल होने से खिलाडियों के लिए खेलना और कमाई करना आसान हो जाता है।
अब सवाल यह उठता है कि खिलाड़ी पैसे कैसे कमाते हैं? खेल बिल्कुल स्पोर्ट्स की तरह है लेकिन डिजिटल पर खेला जाता है। जहां पर एक तरफ बैठकर खेलना होता है। प्रोफेशनल खिलाड़ी विभिन्न स्रोतों से अपना जीवन यापन करते हैं- यूट्यूब और ट्वीटच पर लाइव स्ट्रीमिंग, ब्रांड प्रायोजन, गेमिंग कंपनियां रिलीज़ होने से पहले अपने गेम खेलने की पेशकश करती हैं, गेमिंग उद्योग में नौकरी, टूर्नामेंट और चैंपियनशिप और बहुत कुछ होते है जिससे पैसे कमाए जाते है।
गेमिंग उद्योग में ई-गेमिंग की क्षमता है, हर किसी के लिए यह एक उज्ज्वल भविष्य है। खेल खेलकर ही नहीं नौकरी प्रदान करते है बल्कि गेम डिजाइनरों, कलाकारों, कहानी लेखक, एनिमेटरों, ऑडियो इंजीनियरों को भी नौकरी प्रदान करते है। जो लोग गेमिंग में हैं वे अपना व्यवसाय चुन सकते हैं।
अगर आप अच्छा खेलते हैं तो कभी भी खुद को खेलने से न रोकें क्योंकि आप इस उद्योग में अपना व्यवसाय बना सकते हैं। भारतीय गेमिंग उद्योग अभी भी कई खाली सीटों के साथ अपने गंतव्य से बहुत दूर है।