संसद के बाद अब सड़क पर विपक्ष का संग्राम: राहुल ने लगाया पीएम पर बड़ा आरोप, कहा-सदन में पहली बार हुई सांसदों की पिटाई
राज्यसभा में बुधवार,11 अगस्त को हुए हंगामे को लेकर आज विपक्षी दलों के सांसदों ने संसद से विजय चौक तक पैदल मार्च निकाला। विपक्षी नेताओं ने सरकार पर तानाशाही और लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप लगाया।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ANI न्यूज़ एजेंसी से बातचीत के दौरान कहा कि ये देश के लोकतंत्र की हत्या है। हमने सरकार से पेगासस पर चर्चा करने के लिए कहा लेकिन सरकार ने पेगासस पर चर्चा करने से मना कर दिया। हमने संसद के बाहर किसानों का मुद्दा उठाया और हम आज यहां आपसे(मीडिया) बात करने आए हैं क्योंकि हमें संसद के अंदर नहीं बोलने दिया गया।
राहुल ने आगे कहा कि राज्यसभा में पहली बार सांसदों की पिटाई की गई, बाहर से लोगों को बुलाकर और नीली वर्दी में डालकर सांसदों से मारपीट की गई।
राहुल गांधी ने कहा कि हिन्दुस्तान के प्रधानमंत्री इस देश को बेचने का काम कर रहे हैं, वे दो-तीन उद्योगपतियों को हिन्दुस्तान की आत्मा बेच रहे हैं। इसलिए सदन के अंदर विपक्ष किसानों, बेरोज़गारों, इंश्योरेंस बिल और पेगासस की बात नहीं कर सकता है।
शिवसेना नेता संजय राउत ने भी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कल हमने लोकतंत्र की हत्या होते देखी है, कल जिस तरह से राज्यसभा में प्राइवेट लोगों ने मार्शल की ड्रेस में आकर हमारे सांसदों पर हमला करने की कोशिश की। ये मार्शल नहीं थे, संसद में मार्शल लॉ लगाया गया था।
बता दें कि संसद का मॉनसून सत्र खत्म हो चुका है। विपक्षी दल अब संसद के बाहर सरकार को घेरने के लिए एकजुट हो चुके है। विपक्षी दलों के विजय चौक से संसद तक के पैदल मार्च में राहुल गांधी समेत 15 दलों के नेता शामिल हैं।