Agnipath Protest: क्या कोचिंग सेंटर चलाने वाले कुछ लोग भड़का रहे हैं हिंसा?

अग्निपथ के खिलाफ सुलग रही आक्रोश की चिंगारी कोचिंग सेंटर्स से तो नहीं भड़क रही। पटना डीएम ने कोचिंग सेंटर्स की भूमिका पर सवाल उठाए हैं।

पटना के डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने कहा है कि वीडियो फुटेज और व्हाट्सएप मैसेज के आधार पर इन सब के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा।

इनसब के बीच उन्होंने जो बड़ी जानकारी दी है वह है इस हिंसा में कोचिंग सेंटरों के मालिकों की भूमिका के बारे में। उन्होंने कहा कि गिरफ्तार किए गए लोगों के मोबाइल उपकरणों पर कुछ कोचिंग सेंटरों के वीडियो फुटेज और व्हाट्सएप संदेश मिले।

दानापुर मंडल रेल प्रबंधक ने बताया कि रेलवे की संपत्तियों को 200 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि 50 डिब्बे, 5 इंजन पूरी तरह जल गए हैं और प्रदर्शनकारियों ने प्लैटफॉर्म, कंप्यूटर और कई टेक्निकल डिवाइसेज को तोड़ दिया है। हिंसा को बढ़ने से रोकने के लिए बिहार के 12 जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं, और RJD एवं लेफ्ट पार्टियों ने शनिवार को बिहार बंद का आह्वान किया।

उत्तर प्रदेश के जौनपुर, कन्नौज और गौतम बुद्ध नगर में विरोध प्रदर्शन हुए। प्रदर्शनकारियों ने कन्नौज के पास आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे को जाम करने की कोशिश की। चेन्नई में, प्रदर्शनकारियों ने योजना के विरोध में युद्ध स्मारक तक मार्च निकाला।

एक ताजा खबर के मुताबिक, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सेना में 4 साल की सेवा पूरी करने वाले सभी अग्निवीरों के लिए अर्धसैनिक बलों और असम राइफल्स की वैकेंसी में 10 प्रतिशत कोटा देने की घोषणा की है। साथ ही अग्निवीरों के लिए निर्धारित ऊपरी आयु सीमा से 3 वर्ष की छूट की घोषणा की गई है, जबकि पहले बैच के लिए निर्धारित ऊपरी आयु सीमा से 5 साल ज्यादा छूट देने का ऐलान किया गया है।