Agnipath Protest: ऐसे रची गई हिंसा की साजिश

केंद्र की अग्निपथ योजना के खिलाफ बिहार समेत देशभर में चल रहे विरोध प्रदर्शन और हिंसक घटनाओं ने सरकार और प्रशासन की नींद उड़ा रखी है।

इस बीच पटना के एक अधिकारी ने कहा कि शहर में हिंसा और आगजनी के आरोप में गिरफ्तार लोगों से पूछताछ के दौरान कोचिंग सेंटरों की भूमिका मिली है।

पटना के डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने कि गिरफ्तार किए गए लोगों के मोबाइल उपकरणों पर कुछ कोचिंग सेंटरों के वीडियो फुटेज और व्हाट्सएप संदेश मिले। हम उस सामग्री के आधार पर कोचिंग सेंटरों की भूमिका की जांच कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि”हम वीडियो फुटेज और व्हाट्सएप मैसेज के आधार पर कोचिंग सेंटरों की भूमिका की जांच कर रहे हैं। पटना में कुल 86 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। यहां के दो कोचिंग संस्थानों द्वारा लोगों को भड़काने पर उनके विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज की गयी है। पटना के कोचिंग सेंटरों की भी जांच चल रही है। अगर किसी भी कोचिंग सेंटर की संलिप्तता पाई गयी तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। किसी भी उपद्रवी को बख्शा नहीं जाएगा।

पटना डीएम ने बताया कि इस मामले में 170 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है, जबकि 86 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार किए गए लोगों के मोबाइल पर कुछ कोचिंग सेंटर के वीडियो फुटेज और वाट्सएप मैसेज मिले हैं, जिसकी जांच की जा रही है।

7 कोचिंग संस्थानों के संचालक भी जिला प्रशासन के रडार पर हैं। अगर जरूरी हुआ तो हम पटना में इंटरनेट सेवाएं बंद करने से नहीं हिचकिचाएंगे।