भाजपा पर भड़के अखिलेश यादव, “संपत्तियों को ध्वस्त करने में भाजपा कर रही है सत्ता का दुरुपयोग”
मंगलवार को उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने राज्य की भाजपा की सरकार पर असंवैधानिक तरीके से लोगो कि संपत्तियों को ध्वस्त करने में सत्ता की ताकत का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया। अखिलेश यादव ने सपा मुख्यालय से मंगलवार को जारी एक बयान में कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार सत्ता की ताकत का प्रयोग जनता की सेवा करने के बजाय असंवैधानिक तरीके से लोगो कि संपत्तियों को ध्वस्त करने में कर रही है।
उत्तर प्रदेश ~ योगीराज 2.O ?
भाजपा सरकार कानून व्यवस्था ?यूपी में बुजुर्ग महिलाएं हों ,युवतियां हों या मासूम बच्चियां ,
बलात्कारी गुंडे बदमाश किसी को नहीं बक्श रहे ,
कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है और सत्ता के संरक्षण में गुंडाराज हावी है ! pic.twitter.com/fNkuW10KwA
— SamajwadiPartyMedia (@MediaCellSP) April 25, 2022
अखिलेश ने कहा कि उत्तर प्रदेश में भी दिल्ली की तरह गैर कानूनी कार्यवाही पर रोक लगनी चाहिए। हमारी पार्टी जनहित में अपने आवाज उठाती रहेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा अपने मातृ संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का एजेण्डा लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है और भाजपा सरकार के दौरान समाज में सौहार्द के बजाय वैमनस्य बढ़ा है। अखिलेश ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार अत्याचार की पराकाष्ठा को पार कर रही है, बिना नोटिस लोगो के घरो को उजड़ा जा रहे हैं, फर्जी मुकदमों में जनसामान्य को फंसाया जा रहा है और प्रदेश कि जनता को तरह-तरह से परेशान किया जा रहा है।
राजनीतिक प्रश्रय पाकर भाजपाई कार्यकर्ता अब क़ानून को तो अपने हाथ में ले ही रहे हैं, साथ ही बेलगाम होकर क़ानूनवालों पर सरेआम हाथ भी उठा रहे हैं।
पहले एक महिला दरोग़ा को आत्महत्या पर मजबूर करना व अब पुलिस से हाथापाई, पुलिस बल में आक्रोश को जन्म दे रही है।
अब बुलडोज़र कहाँ है? pic.twitter.com/MCuDRX2MkN
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 26, 2022
अखिलेश यादव ने दावा किया कि भाजपा सरकार के सिर्फ दो ही काम हैं, एक बुनियादी मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाना और दूसरा समाज को नफरत तथा अफवाहों के सहारे बांटना। उन्होंने कहा कि समाज का हर वर्ग भाजपा राज में कराह रहा है। शिक्षा-स्वास्थ्य सेवाओं को भाजपा सरकार में तिलांजलि दे दी गई है। राज्य की जनता भीषण गर्मी से बिजली कटौती से त्राहि-त्राहि करने लगी है।