जनसंख्या वृद्धि पर योगी आदित्यनाथ के बयान पर अखिलेश का पलटवार, कहा- अराजकता आबादी से नहीं
भारत में लगातार हो रहे जनसंख्या वृद्धि पर एकबार फ़िर बयानबाजी शुरू हो गई है। विश्व जनसंख्या दिवस पर योगी आदित्यनाथ के बयान के बाद उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट करके कहा है कि “अराजकता आबादी से नहीं, लोकतांत्रिक मूल्यों की बरबादी से उपजती है।”
अराजकता आबादी से नहीं, लोकतांत्रिक मूल्यों की बरबादी से उपजती है।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 12, 2022
सोमवार को लखनऊ में योगी आदित्यनाथ ने ‘जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा’ के अवसर पर योगी आदित्यनाथ ने जनसंख्या को समाज में व्याप्त असंतुलनों का कारक बताया है। उन्होंने ट्वीट करके कहा कि “देश और समाज के विकास में सबसे बड़ा अवरोध जनसंख्या वृद्धि है। यह समाज में व्याप्त विभिन्न प्रकार के असंतुलनों का कारक है। आइए, भारत को एक सशक्त राष्ट्र बनाने के लिए आज ‘विश्व जनसंख्या दिवस’ के अवसर पर जनसंख्या वृद्धि के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूकता फैलाने हेतु संकल्पित हों।” साथ ही उन्होंने एक वर्ग की जनसंख्या वृद्धि पर कहा कि यह समाज के सही नहीं है।
वहीं एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी योगी पर निशाना साधा है। ओवैसी ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से लिखा कि “विश्व जनसंख्या दिवस पर संघी फेक न्यूज फैलाने में समय बिताएंगे। सच्चाई यह है कि मोदी के शासन में भारत के युवा और बच्चों का भविष्य अंधकारमय है। भारत के कम से कम आधे युवा बेरोजगार हैं। भारत दुनिया में सबसे अधिक कुपोषित बच्चों का घर है। भारत की प्रजनन दर प्रतिस्थापन स्तर से नीचे है। कोई जनसंख्या विस्फोट नहीं है। चिंता एक स्वस्थ और उत्पादक युवा आबादी सुनिश्चित करने की है, जिस पर मोदी सरकार बुरी तरह विफल रही है।”