अमेरिकी नौसेना के ऑपरेशन्स चीफ भारत के कमांडर्स के साथ मालाबार एक्सरसाइज़ की करेंगे समीक्षा
अमेरिकी नौसेना के नौसेना संचालन प्रमुख एडमिरल माइकल गिल्डे, सुश्री लिंडा गिल्डे और एक उच्च स्तरीय अमरीकी प्रतिनिधिमंडल ने 15 अक्तूबर को पश्चिमी नौसेना कमान के मुख्यालय का दौरा किया और पश्चिमी नौसेना कमान के पीवीएसएम, एवीएसएम, वीएसएम, एडीसी, फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ वाइस एडमिरल आर हरि कुमार और उनके स्टाफ के साथ वार्तालाप किया।
वार्तालाप के दौरान, दोनों देशों और इनकी नौसेनाओं के बीच बढ़ते सहयोग को मजबूत करने, समुद्री मोर्चे पर उभरती चुनौतियों से निपटने एवं हिंद महासागर क्षेत्र (आईओआर) में समुद्री सुरक्षा सुनिश्चित करने में सहयोग के साथ-साथ आपसी संबंधों को और बढ़ाने जैसे मुद्दों पर चर्चा की गई।
सीएनओ को हाल के दिनों में पश्चिमी नौसेना कमान की क्षेत्रीय सुरक्षा गतिशीलता और परिचालन प्रतिक्रियाओं के बारे में व्यापक रूप से जानकारी दी गई थी। इसमें विशेष रूप से मित्रवत विदेशी देशों को मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर), समुद्री डकैती रोधी अभियान, समुद्री सुरक्षा और इस क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ाने के अलावा भारत-अमेरिका सहयोग पर विशेष बल देने के साथ-साथ विदेशी सहयोग को मजबूत करना शामिल है।
इसके अलावा कोविड-19 के खिलाफ अपनी लड़ाई को मजबूत करने और देश में कंटेनरीकृत मेडिकल ऑक्सीजन को लाते हुए इसकी कमी को समाप्त करने के लिए ऑपरेशन समुद्र सेतु-II के माध्यम से भारतीय नौसेना के जहाजों द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका का भी उल्लेख किया गया।
सीएनओ ने ‘फ्यूचर ऑफ वारफेयर’ पर वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से पश्चिमी नौसेना कमान, दक्षिणी नौसेना कमान और भारतीय नौसेना के विभिन्न प्रशिक्षण प्रतिष्ठानों के अधिकारियों को भी संबोधित किया। उन्होंने मझगांव डॉक लिमिटेड का भी दौरा किया।
लिंडा गिल्डे ने एचक्यूडब्ल्यूएनसी का दौरा किया और भारतीय नौसेना की महिला अधिकारियों के साथ संवाद किया।
सीएनओ की यात्रा भारत और अमेरिका के बीच निरंतर और नियमित रूप से जारी वार्तालाप का एक महत्वपूर्ण अंग है ताकि दोनों देशों के बीच व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत किया जा सके।