NewsExpress

News Express - Crisp Short Quick News
श्रीलंका में आर्थिक संकट के बीच राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग शुरू, ये उम्मीदवारों हैं आमने-सामने

श्रीलंका में जारी आर्थिक संकट के बीच आज राष्ट्रपति चुनाव की वोटींग शुरू हो चुकी है। इस चुनाव में विक्रमसिंघे, अल्हाप्पेरुमा और वामपंथी जनता विमुक्ति पेरामुना (जेवीपी) नेता अनुरा कुमारा दिसानायके इस राष्ट्रपति चुनाव की होने वाली दौड़ में शामिल हैं। यह चुनाव एक त्रिकोणीय मुकाबला है। 44 वर्षों बाद पहली बार श्रीलंका की संसद में इस होने वाले त्रिकोणीय मुकाबले में सीधे तौर पर राष्ट्रपति का चुनाव होगा।

मंगलवार को राष्ट्रपति चुनाव के लिए सांसदों द्वारा तीन उम्मीदवारों के नाम को सामने रखा गया। जिसमें अंतिम क्षणों में राजनीतिक पैंतरेबाज़ी से कार्यवाहक राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे पर दुल्लास अल्हाप्पेरुमा के संकेत मिल रहे हैं। विपक्षी दलों के साथ-साथ उनकी मूल पार्टी के अधिकतर सांसदों का उन्हें समर्थन निला हुआ है।

देश छोड़कर भाग गए थे राष्ट्रपति
आपको बता दें कि श्रीलंका में अब तक के सबसे खतरनाक आर्थिक संकट के बीच देश के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे श्रीलंका छोड़कर भाग गए थे। आर्थिक संकट से निपटने में नाकाम रहने पर हुए विरोध प्रदर्शनों के चलते देश छोड़कर भागने के बाद गोटाबाया राजपक्षे ने अपना राष्ट्रपति पद का इस्तीफा सिंगापुर से ईमेल के ज़रिए भेज दिया था।

ऐसे में गोटबाया के इस्तीफा दिए जाने के बाद नए राष्ट्रपति का चुनाव होना है और नए राष्ट्रपति को नियुक्त किया जाना है। एसएलपीपी के अध्यक्ष जी एल पीरिस ने मंगलवार को कहा कि सत्तारूढ़ श्रीलंका पोदुजाना पेरामुना (एसएलपीपी) पार्टी के अधिकतर सदस्य इससे अलग हुए गुट के नेता अल्हाप्पेरुमा को राष्ट्रपति पद के लिए और प्रमुख विपक्षी नेता सजित प्रेमदासा को प्रधानमंत्री पद के लिए चुने जाने के पक्ष में हैं।

हालांकि राजनैतिक विश्लेषकों के अनुसार कि 73 वर्षीय विक्रमसिंघे को इस चुनाव में बढ़त निलने की संभावना है। सत्तारूढ़ एसएलपीपी के समर्थन के बिना, विक्रमसिंघे को सफलता नहीं मिलेगी क्योंकि उनकी एक ही सीट संसद है। वहीं राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण कदम में, प्रमुख विपक्षी दल एसजेबी के नेता प्रेमदासा ने मंगलवार को अल्हाप्पेरुमा का समर्थन किया।