एपीडा ने लंदन में आयोजित अंतरराष्ट्रीय फूड एंड ड्रिंक प्रदर्शनी में भाग लिया
भारत सरकार के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के तहत आने वाले कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण ( एपीडा ) ने लंदन में आयोजित अंतरराष्ट्रीय फूड एंड ड्रिंक प्रदर्शनी ( आईएफई ) में भाग लिया। 22 मार्च, 2023 को संपन्न इस तीन दिवसीय प्रदर्शनी का लक्ष्य लंदन के अंतरराष्ट्रीय बाजार में कृषि उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देना था।
एपीडा ने भारतीय निर्यातकों की सहभागिता को सुगम बनाया है जिन्होंने आईएफई समारोह में सभी वर्गों में खाद्य उत्पादों के अपने विविध रेंज को प्रदर्शित किया। बड़ी संख्या में आगंतुकों ने एपीडा पैवेलियन में प्रदर्शित लगभग 50 मोटे अनाजों ( श्री अन्न ) पर आधारित उत्पादों के प्रति गहरी दिलचस्पी दिखाई। आईएफई समारोह में, एपीडा ने जीआई टैग वाले अल्फांसो आम, रसीले अंगूर के बागों में बनी वाईन और मोटे अनाज आधारित मूल्य वर्धित उत्पादों की सबसे उत्कृष्ट गुणवत्ता को प्रदर्शित और वितरित किया है।
भारत द्वारा अंतरराष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष 2023 मनाये जाने के साथ एपीडा सक्रिय रूप से विदेशी गंतव्यों में प्रचार कार्यक्रमों का आयोजन करने और वैश्विक खाद्य प्रदर्शनियों में भाग लेने के द्वारा अंतरराष्ट्रीय बाजारों में पोषक अनाज ( श्री अन्न ) को बढ़ावा देने के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के विजन पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
आईएफई में भारत की सहभागिता पर टिप्पणी करते हुए, एपीडा के अध्यक्ष डॉ. एम अंगमुथु ने कहा, ‘‘ इस विशाल बाजार को क्वारांटाइन में रियायत देने, आयात लाभों और बाजार को ज्यादा खोलने के जरिये और अधिक व्यावहारिक बनाया जा सकता है। ‘‘ उन्होंने यह भी कहा कि आधार कार्य जारी है जहां हम भारत-ब्रिटेन एफटीए वार्ता की उम्मीद कर रहे हैं जो न केवल बड़ी मात्रा में भारतीय उत्पादों के लिए पथ प्रशस्त करेगा बल्कि आने वाले दिनों में भारतीय उत्पादों की लागत को अपेक्षाकृत कम करेगा। ‘‘ उन्होंने यह भी कहा कि लंदन में भारतीय उच्चायोग बहुत सहायक रहा है और दोनों देशों के बीच व्यापार रिश्तों को बेहतर बनाने की दिशा में काम रहा है।
अंतरराष्ट्रीय फूड एंड ड्रिंक प्रदर्शनी ( आईएफई ) ब्रिटेन के सबसे प्रतिष्ठित खाद्य सामग्री प्रचार कार्यक्रमों में से एक है। इस कार्यक्रम में, विश्व भर के 25,000 से अधिक सहभागी नए उत्पादों का नमूना लेने और अंतरराष्ट्रीय क्रेता विक्रेता बैठकों के साथ साथ बी2बी बैठकों के माध्यम से भी नए निर्यात अवसरों का पता लगाने के लिए आमने सामने होने के लिए एकजुट हुए हैं। आईएफई ब्रिटेन में ब्रांड जागरुकता पैदा करने और नए व्यवसाय अवसरों को सृजित करने के लिए सबसे अच्छी तरह से स्थापित मंचों में से एक है जो ताजे फलों और सब्जियों, प्रसंस्कृत खाद्य और भारतीय चावल आदि सहित पारंपरिक भारतीय खाद्य उत्पादों के लिए एक बड़ा बाजार है।
एपीडा ब्रिटेन सहित विश्व के लगभग 250 देशों में गुणवत्तापूर्ण खाद्य उत्पादों का निर्यात कर रहा है। वित्त वर्ष 2021-22 में, भारत ने एपीडा उत्पादों के 25 बिलियन डॉलर का विशाल निर्यात लक्ष्य अर्जित किया है जिसने पिछले सभी रिकॉर्डों को पार कर लिया है। एपीडा वित्त वर्ष 2022-23 के लिए 30 बिलियन डॉलर के निर्यात लक्ष्य को पूरा करने के लिए प्रयासरत है। ब्रिटेन भारतीय कृषि उत्पादों के निर्यात के लिए एक पंसदीदा गंतव्य है क्योंकि एपीडा ने वित्त वर्ष 2021-22 में ब्रिटेन में 421 मिलियन डॉलर के बराबर के विभिन्न कृषि उत्पादों का निर्यात किया है। एपीडा चालू वित्त वर्ष के दौरान ब्रिटेन को अपने पिछले निर्यात लक्ष्य को पार करने के लिए पूरी तरह तैयार है क्योंकि एपीडा ने 302 मिलियन डॉलर ( अप्रैल-दिसंबर ) के बराबर का निर्यात दर्ज किया है।
ब्रिटेन सहित विभिन्न देशों को निर्यात किए जाने वाले मुख्य कृषि उत्पादों में बासमती चावल, भैंस का मांस, गैर बासमती चावल, मोटे अनाज, मक्का, मूंगफली, गेहूं, अनाज की तैयारी, प्रसंस्कृत सब्जियां, ताजे फल और सब्जियां, मादक पेय आदि शामिल हैं। भारत ने ब्रिटेन को लगभग 13000 एमटी भारतीय अंगूर, 4000 एमटी आम, 5000 एमटी प्याज, 2500 एमटी पोषक अनाज आदि से लेकर 1310 मिलियन एमटी बासमती चावल आदि निर्यात किए हैं।
एपीडा ने हाल ही में भारत से पोषक अनाजों के निर्यात को प्रोत्साहित करने और उत्पादकों को बाजार लिंकेज प्रदान करने के लिए नई दिल्ली में वैश्विक पोषक अनाज ( श्री अन्न ) सम्मेलन का आयोजन किया। देश के विभिन्न हिस्सों से लगभग 100 भारतीय पोषक अनाज प्रदर्शक और अमेरिका, यूएई, कुवैत, जर्मनी, वियतनाम, जापान, कीनिया, मालावी, भूटान, इटली और मलेशिया जैसे विभिन्न देशों से लगभग 100 अंतरराष्ट्रीय खरीदारों ने इस सम्मेलन में भाग लिया।
मोटे अनाजों पर आधारित मूल्य वर्धित उत्पादों के उपभोग को बढ़ावा देने के लिए एपीडा ने हैदाराबाद स्थित भारतीय मिलेट अनुसंधान संस्थान ( आईआईएमआर ) तथा संबंधित राज्य कृषि विश्वविद्यालयों के सहयोग से मोटा अनाज आधारित मूल्य वर्धित उत्पादों का एक रेंज का विकास करने के लिए 200 से अधिक स्टार्टअप्स को विकसित किया है।