आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था को शीघ्र सामर्थ्यवान बनाएगा, शासन को अधिक स्मार्ट और अधिक डेटा-आधारित बनाएगा: केंद्रीय राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी और कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि सरकार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और एआई संचालित समाधान विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है, जो भारत को लाभान्वित करने के साथ-साथ इसके लोगों के जीवन को बदल देगा।
राजीव चंद्रशेखर ने आज बेंगलुरू में बिजनेस स्टैंडर्ड द्वारा आयोजित टेक्नोलॉजी राउंड टेबल को संबोधित करते हुए कहा, “एआई भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था को शीघ्र सामर्थ्यवान बनाएगा, शासन को अधिक स्मार्ट और अधिक डेटा-आधारित बनाएगा।” इस आयोजन का विषय “एआई एंड बिजनेस: नेविगेटिंग द अपॉर्च्युनिटीज एंड चैलेंजेस” था।
इस बात की चर्चा करते हुए कि देश के एआई कार्यक्रम की व्यापक दृष्टि एआई स्पेस में अग्रणी राष्ट्रों में से एक के रूप में भारत के स्थान को सुरक्षित करना है, राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि इस संबंध में, सरकार शिक्षा, स्टार्टअप और उद्योगजगत के दिग्गजों के साथ साझेदारी में काम कर रही है, ताकि कृषि, स्वास्थ्य और टिकाऊ शहरों जैसे विभिन्न क्षेत्रों में अत्याधुनिक एप्लिकेशन और समस्या का मापन योग्य समाधान तैयार किया जा सके, जिससे एक प्रभावी एआई इकोसिस्टम को बढ़ावा दिया जा सके।
उन्होंने कहा कि इंडिया-एआई नैतिक और सुरक्षित इस्तेमाल के लिए निगरानी तंत्र स्थापित करते हुए उभरती प्रौद्योगिकियों के विकास और नवाचार को उत्प्रेरित करने के लिए प्रौद्योगिकी कंपनियों के साथ साझेदारी में एआई कंप्यूट, जीपीयू इंफ्रास्ट्रक्चर का महत्वपूर्ण विस्तार करेगा। उन्होंने कहा, “भारत और दुनिया के लिए जिम्मेदार और नैतिक एआई का एक मॉडल तैयार करना इंडिया-एआई कार्यक्रम के उद्देश्यों में से एक है।”
राजीव चंद्रशेखर ने कहा, “प्रौद्योगिकी विकसित करने के अलावा, प्रधानमंत्री ने इंडिया-एआई के तहत भारत को एआई के लिए एक वैश्विक प्रतिभा केंद्र बनाने पर भी जोर दिया है। उभरती प्रौद्योगिकियों के साथ कुशल होने के लिए पेशेवरों को फिर से कौशल और कौशल के उन्नयन के लिए कौशल से जुड़े प्रयासों को लागू किया जा रहा है और युवा भारतीयों को उद्योग के लिए तैयार और भविष्य के लिए तैयार कौशल से भी लैस किया जा रहा है।”