असदुद्दीन ओवैसी ने बीजेपी पर साधा निशाना,कहां ये धरती मेरे बाप की है।

शनिवार को असदुद्दीन ओवैसी ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा है। ओवैसी बोले मुख्यमंत्री से कहना चाहूंगा कि जिस तरह से उनके विधायकों पर ईडी की रेड पड़ रही है, जिससे वो बैचैन हैं, उसी तरह से खालिद गुड्डू (भिवंडी का AIMIM का स्थानीय नेता) उसे जेल में रखना ठीक नहीं है। इस दौरान ओवैसी ने कहा कि आज मैं इसका भी जवाब दूंगा कि ये धरती मेरे बाप की है।

असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मैंने ज्ञानवापी पर बात की तो बीजेपी वालो ने कहा कि ओवैसी के पूर्वज ब्राह्मण थे। ओवैसी ने कहा, “आज मैं इसका जवाब देता हूं। मेरे अब्बा का नाम आदम है। ऊपर वाले ने आदम को अम्मी के साथ जब भेजा तो भारत में भेजा, इस हिसाब से ये धरती मेरे बाप की है” AIMIM के अध्यक्ष ने कहा कि “आज जब मैं बोलूंगा तो इनको रात को नींद नहीं आएगी। हम बोलेंगे और ज़रूर बोलेंगे, तुम्हारे बाप को भी बोलेंगे”।

ओवैसी ने कहा कि जेल में जो भी मजलूम बंद हैं, उन्हें छोड़ना चाहिए साथ ही कहा कि खालिद गुड्डू को भी छोड़ो और नवाब मलिक को भी छोड़ो। कांग्रेस हो या एनसीपी इसमें जो मुस्लिम नेता उन्हें जेल भेजने के लिए रखा है। शरद पवार जब प्रधानमंत्री से मिले तो पवार ने संजय राउत की बात की पीएम से लेकिन नवाब मलिक का नाम नहीं लिया। ओवैसी ने पूछा कि क्या नवाब मलिक संजय राउत से कम हैं?

ओवैसी ने सवाल किया कि भिवंडी मुन्सिपल कॉर्पोरेशन के 850 करोड़ का बजट कहां गया। उन्होंने कहा कि कल सवेरे से मीडिया वालों को फ़ोन करके बोलेंगे कि ओवैसी ने भड़काउ भाषण दिया है। दिल्ली के बादशाह, देश के प्रधानमंत्री से पूछना चाहता हूं कि एक लीटर दूध और डबल रोटी का पैकेट एक ही दाम में क्यों बिक रहा है? आज महंगाई सबसे ज़्यादा है, सबसे ज़्यादा बेरोजगारी है, फिस्कल डेफिसिट सबसे ज़्यादा है, महिलाओं की वर्किंग फ़ोर्स में कमी आयी है। असदुद्दीन ओवैसी ने मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि फॉरेन रिज़र्व 640 बिलियन डॉलर से 595 बिलियन डॉलर पर आ गया। पीलू खान को मारा, खरगोन में घर तोड़ा, इस सबका कौन जिम्मेदार है?

ओवैसी ने आगे कहा कि धारा 370 हटाने की बात करते हैं और कश्मीर में पंडित मारे जा रहे हैं। इसका जिम्मेदार कौन है? उन्होंने कहा कि मुझे लगता है इनसब का जिम्मेदार मुगल बादशाह अकबर, शाहजहां और औरंगजेब है। ओवैसी ने कहा कि मुसलमानों का ताल्लुख मुगलों से नहीं है। बादशाह से हमारा कोई लेना-देना नहीं है। अशोका के पोते को किसने मारा, और 40,000 बौद्ध इबादतगाह को किसने तोड़ा, पुष्यमित्र संघ ने तोड़ा, लेकिन ये नही बोलेंगे।