साबूदाना के फायदे और नुकसान, जानें इसका उपयोग कैसे करें डायट में
व्रत और उपवास में साबूदाने का सेवन किया जाता है। व्रत के आलावा साबूदाने का उपयोग कई व्यंजनो को बनाने में भी किया जाता है। इसकी खीर और खिचड़ी के बारे में तो सभी जानते है ,पर क्या आप इसके फायदे भी जानते है ,तो चलिए हम आपको बताते है।
क्या है साबूदाना ?
साबूदाना सफ़ेद मोतियों जैसा होता है। इसे मिट्टी के अंदर उगने वाले कसावा की जड़ से निकाल कर बनाया जाता है। यह तरल के रूप में होता है। फिर इसे मशीनों की सहायता से मोतियो जैसा छोटे-छोटे दानों का रूप दिया जाता है। ये दाने बाजार में किराने की दुकानों पर दो प्रकार से उपलब्ध होते हैं, बड़े दाने और छोटे दाने। इसका आटा बना कर भी बेचा जाता है।
साबूदाना के फायदे;-
गर्मी से बचाव में , गर्मी से बचाव में ,. वजन बढ़ाने के लिए , ऊर्जा के लिए , उच्च रक्तचाप में , एनीमिया के लिए ,मस्तिष्क के लिए ,रक्त संचार के लिए , पाचन के लिए , त्वचा के लिए
साबूदाना के पौष्टिक तत्व ;-
इसमें पानी ,कैलोरी ,प्रोटीन ,फैट ,कार्बोहइड्रेट फाइबर , शुगर ,कैल्सियम ,आयरन ,मैगनीशियम ,पोटेशियम ,सोडियम ,ज़िंक ,कोपर ,विटामिन बी – 6 आदि पाया जाता है।
साबूदाने का उपयोग ;-
खीर ,खिचड़ी ,पापड़ ,लड्डू ,पराठा ,वड़े ,टिक्की ,चीला ,अदि
साबूदाना के नुकसान ;-
इसके अधिक सेवन से मस्तिष्क और हृदय को नुकसान ,सांस लेने में कठिनाई, सीने में दर्द, उल्टी, रक्त का विकार, सिरदर्द और थायराइड अदि हो सकती है। इसलिए साबूदाना हमेशा अच्छी क़्वालिटी का ही खरीदे।