प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार बिबेक देबरॉय ने बताया क्यों है बंगाल : गुजरात से पीछे ?
प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार परिषद के चेयरमैन बिबेक देबरॉय ने बताया कि अगर वो बंगाल के वित्त मंत्री होते तो वहा मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में विकास करते, क्योंकि किसी भी राज्य में विकास तभी होगा जब मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में तरक्की हो। साथ ही मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर राज्य के विकास में अहम भूमिका निभाता हैं।
वें आगे कहते है, “राज्य में मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर मजबूत हो इसके लिए जरूरी है कि राज्य में कानून व्यवस्था, लेबर कानून, जमीन, इंफ्रास्ट्रक्चर, रोड, इलेक्ट्रिसिटी समेत कई सुविधाएं उपलब्ध हो। ”
मैन्युफैक्चरिंग में लगे लोगो की संख्या पर बात करते हुए कहते है कि पश्चिम बंगाल में मैन्यूफैक्चरिंग में लगे लोगों की संख्या गुजरात में मैन्यूफैक्चरिंग में लगे लोगों की संख्या के तीन गुणा है। इसके बाद भी गुजरात आगे क्योंकि वहां के मैन्यूफैक्चरिंग की प्रकृति बहुत अलग है।
हर जिले में मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर के विकास की तुलना करनी होगी और जहां कुछ भी नहीं है वहां काम करना होगा। टेक्नोलॉजी पर काम करना होगा, तभी राज्य की प्रकृति होगी।
जाने बंगाल के वित्त मंत्री अमित मित्रा ने क्या कहा ?
बंगाल के वित्त मंत्री अमित मित्रा ने क़र्ज़ पर बात करते हुए कहा, “उस सकल घरेलू उत्पाद का अनुपात है जिसे आप उधार ले सकते हैं। कोरोनोवायरस महामारी से पहले यह 3 प्रतिशत था. हमने इसे हर साल 3 प्रतिशत से नीचे रखा. साथ ही उन्होंने कहा कि कर्ज के बारे में बात नहीं कर सकते क्योंकि नागालैंड का कर्ज और महाराष्ट्र का कर्ज तुलनीय नहीं है। ‘ उन्होंने कहा, ‘कोरोनोवायरस के बीच में, हमारा राजकोषीय घाटा 2.9 प्रतिशत पर था। जबकी केंद्र का 9 प्रतिशत रहा। ‘
जाने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर अमित मित्रा ने क्या कहा
आजतक में इंटरव्यू के दौरान मित्रा ने कहा, “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ कार्यक्रम को बंगाल में लागू नहीं करने की बात पर पश्चिम बंगाल के वित्त मंत्री अमित मित्रा ने कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने इस योजना के लिए करीब 5,500 करोड़ रुपये की राशि जारी किया जिसमें से 80 फीसदी पैसा विज्ञापन पर लगा दिया. वहीं पश्चिम बंगाल की ममता सरकार ने कन्याश्री योजना के तहत 9000 करोड़ रुपये खर्च किए. साथ ही कन्या श्री प्रकल्प योजना के तहत सरकार की तरफ से स्कूली छात्राओं को 25 हजार रुपये तक स्कॉलरशिप दी गई। छात्राओं को साईकिल बांटी गई. इससे स्कूल जाने वाली लड़कियों की संख्या में बड़ी उछाल देखी गई. उन्होंने बताया कि आज हम केंद्र सरकार से एक भी सिक्का लिए बिना बंगाल के सभी निवासियों को 100 प्रतिशत स्वास्थ्य बीमा प्रदान कर रहे हैं।”
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