पूर्व राष्ट्रपति Donald Trump का बड़ा बयान, महिलाओं के लिए बनाए गए गर्भपात के नियमों को लेकर कही ये बात
महिलाओं के लिए बनाए गए गर्भपात के 50 साल पुराने नियमों में बदलाव को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कोर्ट के फैसले की निंदा की है। हालांकि, पूर्व राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रप ने कोर्ट के फैसले का स्वागत किया है और कहा है कि ये “भगवान का फैसला” है। बता दें अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने राज्य की महिलाओं के लिए बनाए गए गर्भपात के 50 साल पुराने नियमों में बदलाव को मंजूरी दे दी है। अब महिलाओं के पास अपने मन से गर्भपात कराने का अधिकार नहीं होगा। कोर्ट ने ये अधिकार स्टेट को सौंपा है कि वो अपनी मर्जी से महिलाओं और युवतियों के इस अधिकार के संबंध में निर्णय ले सकता है।अब कोर्ट के इस फैसले के बाद विवाद शुरू हो गया है।
Protect our Right to Choose!https://t.co/8Fy5t6OAt6 @change_jp
アメリカ市民ではないけど署名した。
Not an American citizen but I wrote my signature. Your life is yours, not for giving birth to a rapist's child??????ohmygosh
Who's trying to make this dumbest law? #abortion— melissa (@melissa80891013) June 18, 2022
कोर्ट द्वारा 50 साल पुराने नियमों में बदलाव के फैसले के बाद ट्रम्प ने फॉक्स न्यूज को कहा कि अलग-अलग राज्यों को गर्भपात पर अपने नियम बनाने की अनुमति दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा, ” कोर्ट संविधान का पालन कर रहा है और वो अधिकार वापस दे रहा है जो उन्हें बहुत पहले दिया जाना चाहिए था।”
I am so angry. I can’t even think. #AbortionIsHealthcare #AbortionRightsAreHumanRights pic.twitter.com/aUuMjz9VX6
— sonni mun (@SonniMun) June 24, 2022
वहीं, जब उनसे ये पूछा गया कि क्या कोर्ट के इस फैसले में उनकी कोई भूमिका है तो उन्होंने कहा कि ये “भगवान का फैसला” है। दरअसल, ट्रप के कार्यकाल के दौरान तीन न्यायधिशों की बहाली हुई थी, जिन्होंने उक्त मामले के निष्कर्ष तक पहुंचने में अहम भूमिका निभाई है। हालांकि, ये कहने के कुछ ही देर बाद ट्रंप ने फैसले का श्रेय लेने की कोशिश की। उन्होंने अपने बयान में कहा कि आज का फैसला जो इस पीढ़ी के लिए बहुत अहम है, इसलिए संभव हो पाया क्योंकि मैंने वो सारे वादे पूरे किए जो मैंने जनता से किए थे। इसमें तीन न्यायधीषों की नियुक्ति भी शामिल है। ये करना मेरे लिए सम्मान की बात है।
The Republicans did this. They don't give a damn about #WomensRights or #reproductiverights. The SCOTUS is corrupt.
You can thank anyone that voted for Trump and the Republicans. Fuck them all.#RoeVsWade #Dobbs pic.twitter.com/hF8r3FN1ob
— StandForBetter.org (@StandForBetter) June 24, 2022
गौरतलब है कि ट्रम्प के चार साल के कार्यकाल में तीन न्यायाधीशों की नियुक्ति हुई, जिन्होंने सर्वोच्च न्यायालय के संतुलन को उसके वर्तमान रूढ़िवादी बहुमत की ओर झुका दिया। उन नियुक्तियों में नील गोरसच, ब्रेट कवानुघ और एमी कोनी बैरेट थे, जिनमें से सभी ने शुक्रवार के बहुमत के फैसले पर हस्ताक्षर किए।