कौवैक्सीन का बूस्टर डोज ओमिक्रॉन के खिलाफ काफी असरदार, ICMR के अध्ययन में हुआ खुलासा
कोरोना के खिलाफ असरदार वैक्सीन कोवैक्सीन की बूस्टर डोज ओमिक्रॉन समेत SARS-CoV-2 वैरिएंट्स के खिलाफ बहुत असरदार है। भारत बायोटेक और ICMR की अध्ययन में इस बात का खुलासा हुआ है। स्टडी में पाया गया कि दो डोज वाले प्राथमिक टीकाकरण के छह महीने बाद कोवैक्सीन की बूस्टर डोज ने शरीर मे अच्छी एंडीबॉडी विकसित की है।
इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV) में सीनियर साइंटिस्ट डॉ प्रज्ञा यादव ने कहा कि, “ओमिक्रॉन के उभार ने करीब 30 म्युटेशन के साथ चिंता बढ़ा दी कि इस पर वैक्सीन असरहीन हो सकती है। इसके अलावा अन्य स्वीकृत टीकों के लिए वायरस के उभरते वैरिएंट्स के खिलाफ एंटीबॉडी प्रतिक्रियाओं के घटने की रिपोर्ट ने दुनिया भर में चिंता की लकीर खींच दी है।”
51 लोगों पर अध्ययन से निकला निष्कर्ष
इस अध्ययन में कुल 51 लोगों ने हिस्सा लिया था, इन सभी को कोवैक्सीन की दोनों डोज 6 महीने पहले ही लग चुकी थी। इन्हें वैक्सीन की तीसरी खुराक या बूस्टर डोज लगाने के 28 दिन बाद हो रहे असर कि स्टडी की गई। जनवरी में ही ICMR और कोवैक्सीन निर्माता भारत बायोटेक की ओर से यह अध्ययन किया गया, जिसका निष्कर्ष जर्नल ऑफ ट्रैवल मेडिसिन में 24 मार्च को प्रकाशित हुआ।