ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने दिया इस्तीफा, 40 से ज्यादा मंत्रियों ने छोड़ा साथ
आज ब्रिटेन की राजनीति में भी बड़ा फेरबदल हुआ है। गुरूवार को ब्रिटिश प्रधानमंत्री बॉरिस जॉनसन ने उनके 40 से ज्यादा मंत्रियों के साथ छोड़ने के कारण बड़ा फैसला लिया है। उन्होंने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। बॉरिस के खिलाफ विद्रोह में करीब 48 घंटों में अब तक 40 से ज्यादा मंत्रियों ने उनका साथ छोड़ दिया। अब ब्रिटेन में अक्टूबर के महिने में नया प्रधानमंत्री नियुक्त किया जाएगा। जब तक नया प्रधानमंत्र नियुक्त नहीं किया जाएगा, तब तक जॉनसन इस पद पह बने रहेंगे।
UK PM Boris Johnson to resign as Tory leader – https://t.co/LfDxNImSSf https://t.co/Dv3RCG4BPz
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British media say UK Prime Minister Boris Johnson has agreed to resign: The Associated Press pic.twitter.com/tzISv6CSso
— ANI (@ANI) July 7, 2022
मुख्य बात यह रही कि सरकार के खिलाफ अविश्वास इतना बढ़ गया है कि 36 घंटे पहले ही मंत्री बनाए गए मिशेल डोनेलन ने भी इस्तीफा दे दिया। पिछले महीने जिन दो सीनियर मिनिस्टर्स ऋषि सुनक और साजिद जाविद ने जॉनसन सरकार को बचाने में अहम रोल अदा किया था, अब वे भी जॉनसन का साथ छोड़ चुके हैं। अब तक 40 से ज्यादा मंत्रियों ने जॉनसन का साथ छोड़ दिया है।
Boris Johnson gave in after more than 40 ministers quit his government and told him to go. It was not immediately clear whether he would stay in office while the Conservative Party chooses a new leader, who will replace him as prime minister: AP
— ANI (@ANI) July 7, 2022
Mayhem in Boris Johnson's government as two more ministers resign
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वहीं, एक महीने पहले ही बोरिस जॉनसन ने वोट ऑफ कॉन्फिडेंस में अपनी जीत दर्ज कराई थी। कंजर्वेटिव पार्टी के रूल्स के हिसाब से 12 महीने तक उनके खिलाफ दूसरा नो-कॉन्फिडेंस मोशन (अविश्वास प्रस्ताव) नहीं लाया जा सकता। 12 महीने के इस इम्युनिटी पीरिएड को कम या खत्म किया जा सकता है।
ऐसे चुना जाएगा नया मंत्री
नए प्रधानमंत्री को नियुक्त करने के लिए 2 सांसदों का प्रस्ताव जरूरी। ऐसे में पार्टी नेता भी प्रधानमंत्री पद के लिए दावेदारी कर सकते हैं। इसके अलावा पार्टीयों के सांसदों को कई बार वोटिंग करनी होगी। यह वोटिंग तब तक होगी, जब तक सिर्फ 2 कैंडिडेट रेस में न रह जाएं। इनमें से जो कैंडिडेट जीतेगा, वो ही प्रधानमंत्री पद का दावेदार होगा।
यह पूरा मामला
30 जून को डिप्टी चीफ व्हिप पिंचर की नियुक्ति और जॉनसन के काम करने के तरीके से नाराज थे सांसद। इन लोगों का कहना है कि ब्रिटिश पीएम सब जानते हैं और इसके बावजूद भी पिंचर की नियुक्ती की गई। पिंचर पर सेक्स स्कैंडल में फंसने और और एक क्लब में दो युवकों को छेड़ने का आरोप लगा है। इसके बाद ही ब्रिटिश कैबिनेट से मंत्री के इस्तीफे का सिलसिला शुरू हो गया। इसके अलावा जॉनसन पर लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करने के मामले में जुर्माना भी लगा था। इस वजह से उन्होंने संसद में माफी भी मांगी थी।