बसपा सुप्रीमो का नया दांव; चलेगा ‘ब्राह्मण भाईचारा’ अभियान, दिलाएंगे 2007 की याद

उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव से कुछ महीनों पहले मायावती की बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ‘प्रबुद्ध वर्गों के लिए संगोष्ठी’ आयोजित करने वाली है। जो बसपा आमतौर पर पिछड़ों और दलितों की उन्नति की वकालत करती है, अब 2022 के यूपी चुनावों से पहले सवर्णों को लुभाने में जुटी है।

हाल ही में बसपा ने भगवान राम के जन्मस्थान अयोध्या से ‘प्रबुद्ध वर्गों के लिए संगोष्ठी’ शुरू की थी, जिसे पहले ब्राह्मण सम्मेलन के रूप में जाना जाता था।

बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि इस आयोजन से विरोधी दलों की नींद उड़ गयी है और वे सभी इस आयोजन को रोकने के लिए सभी तरह के हथकंडे अपना रहे है।

27 जुलाई, मंगलवार को ट्वीट कर मायावती ने लिखा कि मेरे निर्देशन में पार्टी महासचिव व राज्यसभा सांसद श्री सतीश चन्द्र मिश्र द्वारा यूपी में चल रही प्रबुद्ध वर्ग संगोष्ठी, जो ब्राह्मण सम्मेलन के नाम से काफी चर्चा में है। उसके प्रति उत्साहपूर्ण भागीदारी यह प्रमाण है कि इनका बीएसपी पर सजग विश्वास है, जिसके लिए सभी का दिल से आभार।

मायावती ने आगे एक और ट्वीट करते हुए लिखा कि अयोध्या से 23 जुलाई को श्रीरामलला के दर्शन से शुरू हुआ यह कारवां अम्बेडकरनगर व प्रयागराज जिलों से होता हुआ लगातार सफलतापूर्वक आगे बढ़ता जा रहा है, जिससे विरोधी पार्टियों की नींद उड़ी है व इसे रोकने के लिए अब ये पार्टियां किस्म-किस्म के हथकंडे अपना रही हैं इनसे सावधान रहें।

वृंदावन से होगा दूसरे चरण का आगाज

बता दें कि दूसरे चरण के ब्राह्मण सम्मेलन का आयोजन श्री कृष्ण की नगरी वृन्दावन से एक अगस्त से शुरू होने वाला है। राज्यसभा सांसद और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने दूसरे चरण के कार्यक्रमों का एलान किया है। उन्होंने मीडिया से बातचीत में बताया कि दूसरे चरण के सम्मेलन की शुरुआत एक अगस्त को भगवान कृष्ण की नगरी मथुरा के वृंदावन से की जाएगी। सम्मेलन में शामिल होने से पहले सतीश मिश्र समेत दूसरे नेता बांके बिहारी मंदिर में कान्हा के दर्शन कर उनकी पूजा अर्चना भी करेंगे।