KOO एप्प में लगा है चीन का पैसा, जानिए पूरा सच
ट्वीटर के देशी वर्जन के रूप में आने वाले KOO एप्प का प्रचार – प्रसार केंद्र के कई मंत्री कर रहे हैं। इसे आत्मनिर्भर भारत में बनने वाले एप्प के रूप में प्रदर्शित किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद अपने मन की बात कार्यक्रम में इस एप्प की तारीफ में कसीदे पढ़ चुके हैं। इसके साथ ही केंद्र के कई मंत्रियों ने लोगों से इस अप्प का उपयोग करने की सलाह दी है। लेकिन अब KOO एप्प का चाइनीज़ फंडिंग की बात सामने आई है। दरअसल Robert Baptiste ने अपने ट्वीटर हैंडल से ट्वीट कर Koo ऐप के चीनी कनेक्शन का खुलासा किया। रॉबर्ट की मानें, तो Koo ऐप में Shunwei Capital का निवेश है। हालांकि यह निवेश काफी कम है। Shunwei, शाओमी के साथ कनेक्टेड एक वेंचर कैपिटल है। यह वेंचर कैपिटल स्टार्टअप में निवेश करता है। Koo ऐप पिछले साल भारत सरकार के आत्मनिर्भर भारत ऐप चैलेंज का विजेता रहा था।
फाउंडर ने दी सफाई
Koo ऐप के फाउंडर और सीईओ अप्रेमय राधाकृष्णा है। इन्होंने अपने ट्वीटर हैंडल (@aprameya) से ट्वीट कर बताया कि Shunwei Capital का निवेश काफी कम है। इस निवेश को जल्द खत्म किया जाएगा और Koo ऐप पूरी तरह से आत्मनिर्भर हो जाएगा। उन्होंने बताया कि Koo एक इंडियन रजिस्टर्ड कंपनी है, जिसके फाउंडर इंडियन हैं। इस कंपनी में करीब 2.5 साल पहले निवेश किया गया था। इसमें Shunwei Capital का निवेश सिंगल डिजिट में है। मौजूदा वक्त Koo ऐप की लीडिंग इन्वेस्टर कंपनी पूरी तरह से घेरलू है।
Koo is an India registered company with Indian founders. Raised earlier capital 2.5 years ago. Latest funds for Bombinate Technologies is led by a truly Indian investor 3one4 capital. Shunwei (single digit shareholder) which had invested in our Vokal journey will be exiting fully
— Aprameya R (@aprameya) February 10, 2021
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