चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने दी चेतावनी, कहा हम कोरोना महामारी में शीत युद्ध नही झेल सकते

चीन के राष्‍ट्रपति शी चिनफिंग ने हाल ही में अपने संबोधन में कहा है कि एशिया-प्रशांत क्षेत्र में शीत युद्ध की वजह से तनाव हो सकता है। ये बात उन्‍होंने एशिया-पेसेफिक इकनामिक काआपरेशन सीईओ समिट के दौरान कही है। इसमें उन्‍होंने वर्चुअल तरीके से सम्‍मेलन में मौजूद सदस्‍यों का संबोधन करते हुए कहा कि एशिया प्रशांत क्षेत्र शीत युद्ध के युग के टकराव और विभाजन में नहीं घिर सकता है और न ही हमे ऐसा करना चाहिए। इस क्षेत्र को शीत युद्ध काल और तनाव के बीच नहीं झोंका जा सकता है। चीन के राष्‍ट्रपति ने ये भी कहा कि मौजूदा वक़्त में जब पूरे विश्‍व में कोरोना महामारी एक बार फिर से अपने पैर पसार रहा है और दुनिया की अर्थव्‍यवस्‍था को इससे उबारने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है, ऐसे में पूरी दुनिया को इस महामारी के खिलाफ एक साथ खड़े होने की जरूरत है।

आपको बता दें कि चीन के कई इलाको में कोरोना संक्रमण के मामले फिर से बढ़ने लगे हैं। चीन के कई शहरों में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए लाकडाउन तक लगाया गया है। वहीं विश्‍व के कुछ और देशों में भी कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने पर इस बात की आशंका जताई जा रही है शायद इन देशों में कोराना महामारी की एक और लहर आने की संभावना है।

शिन्‍हुआ एजेंसी के अनुसार शी चिनफिंग इस दौरान ये कहा कि इस समय हमें और ज्यादा मजबूती और विश्‍वास के साथ, एक दूसरे को साथ लेकर आगे बढ़ना है। बता दें कि पिछले दिनों क्‍लाइमेट चेंज पर हुए सम्‍मेलन काप-26 में चीन ने हिस्‍सा नहीं लिया था। वहीं भारत द्वारा अफगानिस्‍तान के मुद्दे पर बुलाई गई बैठक में भी चीन ने हिस्सा लेने से मना कर दिया था।

इस बीच रूस की समाचार एजेंसी स्‍पूतनिक के अनुसार चीन के राष्‍ट्रपति शी चिनफिंग और अमेरिकी राष्‍ट्रपति जो बाइडन के बीच सोमवार को एक अहम बैठक होने की संभावना है। ये बैठक वर्चुअली होगी। इस कठिन समय में यह और भी महत्वपूर्ण है कि हम आत्मविश्वास से भरे रहें और दृढ़ संकल्प के साथ टिलर पर स्थिर हाथ रखें और आगे बढ़ें।