सीएम अरविंद केजरीवाल ने किसान आंदोलन को लेकर मोदी सरकार पर साधा निशाना, कहा- “किसान चीखेंगे…”
किसान के लिए केंद्र सरकार की ओर से लाए गए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों को आज पूरे एक साल हो गए है। अब किसानों के इस प्रदर्शन के आगे केंद्र सरकार को भी झुकना पड़ा। जिसके बाद पीएम मोदी ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेना का फैसला किया।
लेकिन केंद्र सरकार के कानून वापस लेने के बाद भी किसान दिल्ली की सीमाओं पर डटे हुए हैं और उनका आंदोलन अभी भी जारी है। तीनों कृषि कानूनों के विरोध की पहली बरसी पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि केंद्र ने तीनों काले कानून बिना किसी से पूछे अपनी बहुमत के आधार पर संसद से पास किया। सरकार को लगता था कि किसान आएंगे चीखेंगे, चिल्लाएंगे और चल जाएंगे।
किसानों का समर्थन करते हुए सीएम केजरीवाल ने आगे कहा कि किसानों के आंदोलन में महिलाएं, बच्चे, बुजुर्ग शामिल हुए और सबने दुआ दी। केजरीवाल ने पंजाब के किसानों को बधाई दी और कहा कि इस आंदोलन की अगुवाई उन्हीं ने की। यह इतिहास का सबसे लंबा आंदोलन रहा है। ये वो आंदोलन है जो अपनी ही चुनी हुई सरकार के खिलाफ है।
कृषि कानूनों की वापसी से 700 शहीद किसानों की आत्मा को शांति मिलेगी। इस आंदोलन के दौरान किसानों को खालिस्तानी कहा गया, अपशब्द भी कहे गए, लेकिन वे शांतिपूर्वक बैठे रहे।आखिरकार सरकार को झुकना पड़ा। ये आंदोलन आजादी की लड़ाई से कम नहीं था।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमारी सरकार से स्टेडियम को जेल बनाने को कहा गया था, लेकिन हमने नहीं किया। हमने किसानों की मदद की। उन्होंने कहा कि शहीद हुए किसानों के परिजनों को मुआवजा दिया जाए और किसानों पर से झूठे केस वापस हों।