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कोयला घोटाला: ED दफ्तर पहुंचे ममता बनर्जी के भतीजे और TMC सांसद अभिषेक बनर्जी, कहा- जांच में पूरा सहयोग करूंगा

तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी सोमवार की सुबह प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के दफ्तर पहुंचे है। अभिषेक बनर्जी ने कहा कि मुझे जांच एजेंसी ने बुलाया है, इसलिए मैं आया हूं और मैं उन्हें पूरा सहयोग करूंगा।

अभिषेक बनर्जी ने ANI न्यूज़ एजेंसी से बातचीत के दौरान कहा कि 6 तारीख़ का समन मुझे भेजा गया था। मैं कोई भी जांच का सामना करने के लिए तैयार हूं। मैं जांच एजेंसी को सहयोग करूंगा।

अपने ऊपर लगे आरोपों पर अभिषेक बनर्जी ने कहा कि जांच एजेंसियां अपना काम कर रही है। देश के नागरिक होने के हिसाब से हम सबको उन्हें सहयोग करना चाहिए। मैं इसलिए यहाँ हूं, बाकि उनका काम है और देश की जनता तय करेगी।

कथित कोयला घोटाला मामले में ईडी के समक्ष पेश होने से पहले तृणमूल कांग्रेस नेता ने भाजपा पर आरोप लगते हुए कहा कि चुनाव हारने और तृणमूल कांग्रेस से राजनीतिक रूप से निपटने में असफल रहने के बाद वे (भाजपा) अब बदला लेना चाहते हैं।

बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी और उनकी पत्नी रुजीरा बनर्जी को पूछताछ के लिए बुलाया था। अभिषेक बनर्जी को 6 सितंबर को और उनकी पत्नी रुजिरा को 1 सितंबर को पेश होने के लिए कहा गया था।

हालांकि रुजिरा बनर्जी एक सितंबर को ईडी के सामने पेश नहीं हुई थी। उन्होंने मौजूदा कोविड स्थिति का हवाला देते हुए कहा था कि महामारी की स्थिति में यात्रा करना संभव नहीं होगा क्योंकि वह दो बच्चों की ‘मां’ हैं। उन्होंने एजेंसी के अधिकारियों से अनुरोध किया था कि वे उनके कोलकाता स्थित आवास पर आकर पूछताछ करें। वो जांच में अपनी ओर से हर तरह से सहयोग का आश्वासन देती है।

क्या है कोयला घोटाला?

एनडीटीवी के अनुसार सतर्कता विभाग और ईसीएल टास्क फोर्स ने निरीक्षण के दौरान पाया था कि ईसीएल के पट्टे क्षेत्र में व्यापक रूप से अवैध कोयला खनन और उसकी ढुलाई हो रही है। टीम ने तब पाया था कि अवैध कोयला खनन में कई मशीनें लगी हैं और ढुलाई के लिए भी वहां बड़ी संख्या में गाड़ियां खड़ी हैं। टीम ने तब बड़े पैमाने पर कोयले की जब्ती की थी।

जानकारी के अनुसार अनूप माझी उर्फ लाला को मुख्य आरोपी बताया जाता है। इससे पहले ईडी ने दावा किया था इस अवैध कारोबार से मिली राशि के अभिषेक लाभार्थी थे। हालांकि, उन्होंने तमाम आरोपों से इनकार किया है।