योगी के 80:20 फीसदी वाले बयान पर छिड़ा विवाद, खुद योगी ने समझाया इसका मतलव; कांग्रेस बोली- धर्म के नाम पर वोट मांग रही भाजपा
10 फरवरी से 7 मार्च के बीच उत्तर प्रदेश में 7 चरणों में होने जा रहे विधानसभा चुनाव के लिए भले ही रोड शो और रैलियों पर प्रतिबंध हो, मगर चारो तरफ से खूब बयानों के तीर चलाए जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे ’80 बनाम 20′ की लड़ाई बता रहे हैं। विपक्ष ने आरोप लगाया है कि ऐसा कहकर सीएम योगी आदित्यनाथ सांप्रदायिक ध्रुवीकरण करना चाहते हैं। विपक्ष के अनुसार, योगी आदित्यनाथ इशारों में इस चुनाव को ‘हिंदू बनाम मुस्लिम’ की लड़ाई बता रहे हैं। अब खुद योगी आदित्यनाथ ने एक इंटरव्यू के दौरान अपनी बात का मतलब समझाया है।
परिणाम में दिखेगा 80:20: योगी
सीएम योगी ने कहा है कि यह चुनाव 80:20 जाएगा। ऐसा चुनावों के परिणाम में दिखेगा। 10 मार्च को जब नतीजे आएंगे तो एक ओर भाजपा होगी जो तीन चौथाई से अधिक सीटों को पार करके प्रचंड बहुमत के साथ प्रदेश में सरकार बना रही होगी, तो वही दूसरी ओर सपा कांग्रेस और भसपा ये सभी 20 प्रतिशत के लिए लड़ रहे होंगे।
योगी ने समझाया ये 20 फीसदी कौन हैं?
योगी ने कहा कि, ”ये 20 प्रतिशत लोग वो हैं, जो रामजन्मभूमि के खिलाफ हैं। काशी विश्वनाथ धाम के खिलाफ हैं। मथुरा वृंदावन के भव्य स्वरूप के खिलाफ हैं। ये 20 फीसदी लोगों की पीड़ा माफियाओं के साथ है। इनकी पीड़ा पेशेवर अपराधियों के साथ जुड़ी हुई है। इन लोगो की संवेदना पेशेवर आतंकवादियों के साथ जुड़ी हुई है।” एक अन्य सवाल का जवाब में मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि जो लोग हिंदू विरोधी हैं, वे राष्ट्र विरोधी भी हैं।
चुनाव आयोग से कांग्रेस ने की कार्रवाई की मांग
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने ’80:20 की लड़ाई’ को धर्म के आधार पर वोट मांगना बताया है। उन्होंने सीएम योगी के बयान का हवाला देते हुए ट्वीट कर लिखा कि, ”माननीय केंद्रीय चुनाव आयोग, आपको और क्या प्रमाण चाहिए? जो भी धर्म के नाम पर वोट माँगता हो उसके खिलाफ जनप्रतिनिधित्व कानून के अंतर्गत साहस दिखा कर कार्रवाई करिए अन्यथा आपको इतिहास माफ नहीं करेगा।”