कोवैक्सिन की मंजूरी पर फैसला अगस्त के दूसरे सप्ताह तक: विश्व स्वास्थ्य संगठन
विश्व स्वास्थ्य संगठन की मुख्य वैज्ञानिक डॉ सौम्या स्वामीनाथन ने एनडीटीवी को बताया कि भारत बायोटेक द्वारा निर्मित स्वदेशी वैक्सीन कोवैक्सिन के लिए आपातकालीन मंजूरी पर निर्णय अगले महीने किया जाएगा।
भारत बायोटेक और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद द्वारा विकसित, कोवैक्सिन को जनवरी में भारतीय ड्रग कंट्रोलर द्वारा अनुमोदित किया गया था और तब से इसका उपयोग किया जा रहा है। यह विश्व स्वास्थ्य संगठन से आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण के लिए एप्रूवल का इंतजार कर ही है।
एनडीटीवी से खास बातचीत में स्वामीनाथन ने कहा कि कोवैक्सिन की मंजूरी पर फैसला अगस्त के दूसरे सप्ताह तक किया जाएगा।
भारत बायोटेक के संयुक्त प्रबंध निदेशक सुचित्रा एला ने कहा कि टीका आपातकालीन उपयोग सूची की ओर बढ़ रहा है। एला ने एक ट्वीट में कहा, “डब्ल्यूएचओ से अनुमोदन एक लंबी खींची गई प्रक्रिया होने की उम्मीद नहीं है क्योंकि सेल लाइन और हमारी अधिकांश सुविधाओं का पहले ही ऑडिट किया जा चुका है और डब्ल्यूएचओ द्वारा हमारे अन्य टीकों के लिए अनुमोदित किया गया है।”
स्वामीनाथन की टिप्पणी आज यूरोपीय संघ द्वारा कोवैक्सिन और कोविशील्ड को मंजूरी दिए जाने को लेकर उठे विवाद के बाद आई है।
सूत्रों ने कहा कि पारस्परिकता पर जोर देने वाले “वैक्सीन पासपोर्ट” पर भारत के सख्त रुख के बाद, नौ यूरोपीय देशों ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के कोविशील्ड को मंजूरी दे दी। सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा निर्मित वैक्सीन को पहले ही डब्ल्यूएचओ से आपातकालीन स्वीकृति मिल चुकी है और इस पर सवाल थे कि इसे यूरोपीय मेडिसिन एजेंसी की मंजूरी क्यों नहीं मिली, जिसने पहले ही एस्ट्राजेनेका द्वारा निर्मित वैक्सीन के यूरोपीय संस्करण को मंजूरी दे दी है।