हताश पाकिस्तानी सिपाही ने अपने बच्चों को 50,000 रुपये में बेचने की कोशिश की, जानिए क्यों
13 नवंबर को, ट्विटर पर एक वीडियो अपलोड किया गया था जिसमें एक पुलिस अधिकारी अपने बच्चों के साथ सड़क के किनारे खड़ा था। इस वीडियो में जिस बात ने ध्यान खींचा वह यह था कि वह अपने बच्चों को बेच रहा था क्योंकि वह चिल्ला रहा था कि उसके बच्चे बिक्री के लिए हैं। यह घटना सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है। यह दर्दनाक घटना पाकिस्तान के सिंध प्रांत के घोटकी जिले की है। अधिकारी, अपने दो छोटे बच्चों के साथ, राहगीरों को चिल्लाता है कि वह अपने बच्चे को 50,000 पाकिस्तानी रुपये में बेच रहा है। कुछ लोग पुलिस पर चिल्लाने लगे, लेकिन जब सच्चाई सामने आई तो पता चला कि मामला कुछ और ही है। व्यक्ति के अनुसार, उसके पास कोई अन्य विकल्प नहीं था क्योंकि उसे रिश्वत के लिए पैसे की आवश्यकता थी। यह रिश्वत उनके पर्यवेक्षक द्वारा उनके बच्चे को एक चिकित्सा मुद्दे के इलाज के लिए छुट्टी के अनुरोध को स्वीकार करने के बदले में मांगी गई थी।
वीडियो में दिख रहे व्यक्ति का नाम निसार लशारी है। वह पाकिस्तान के सिंध प्रांत के घोटकी जिले में एक पुलिस अधिकारी के रूप में तैनात है। जहां उसे जेल विभाग में नियुक्त किया गया है। वीडियो तेजी से वायरल हो गया, और स्थानीय मीडिया ने उसके हताश व्यवहार के पीछे की कहानी को तुरंत पकड़ लिया।
VICE के अनुसार, पुलिस वाले की लाचारी ने उसे लोगों से पूछने के लिए मजबूर किया कि क्या वे उसे उसके बच्चे के लिए भुगतान करेंगे। लशारी ने वाइस से बात करते हुए कहा कि “मैं बहुत असहाय महसूस कर रहा था,”। रिपोर्टों के अनुसार, लशारी ने अपने सीनियर से चिकित्सा छुट्टी का अनुरोध किया ताकि वह अपने बच्चों में से एक को इलाज के लिए ले जा सके। हालांकि, उनके वरिष्ठों ने उसको छुट्टी की अनुमति देने से इनकार कर दिया और इसके बजाय रिश्वत की मांग की और रिश्वत न देने पर लशारी को बाद में लगभग 120 किलोमीटर दूर लरकाना में फिर से तैनात कर दिया गया।
वीडियो वायरल होने के बाद लशारी की पीड़ा सार्वजनिक हुई। सिंध के मुख्यमंत्री मुराद अली शाह ने आखिरकार हस्तक्षेप किया। अधिकारी को उनके पिछले स्टेशन पर लौटा दिया गया और उनके बेटे के इलाज के लिए उसे 14 दिन की छुट्टी दी गई।