सूचना एवं संचार मंत्रालय में सचिव डॉ. नीरज मित्तल ने भारत टेलीकॉम 2024 में भारत 5 जी पोर्टल और वेंचर कैपिटलिस्ट/निवेशकों की बैठक का शुभारंभ किया
डिजिटल संचार आयोग के अध्यक्ष और संचार मंत्रालय (एमओसी) के दूरसंचार विभाग (डीओटी) के सचिव डॉ. नीरज मित्तल ने ‘भारत टेलीकॉम 2024 – एक विशेष अंतर्राष्ट्रीय व्यवसाय एक्सपो’ के अवसर पर “भारत 5-जी पोर्टल- एक एकीकृत पोर्टल” का शुभारंभ किया। इसका आयोजन टेलीकॉम इक्विपमेंट एंड सर्विसेज एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (टीईपीसी) द्वारा दूरसंचार विभाग के सहयोग से 29-30 जनवरी, 2024 तक नई दिल्ली में किया जा रहा है।
अपनी पहल के हिस्से के रूप में, दूरसंचार विभाग ने एकीकृत पोर्टल पर 6-जी अनुसंधान और विकास प्रस्तावों के लिए मांग की घोषणा की, जिसमें 6-जी इकोसिस्टम के विकास पर त्वरित अनुसंधान के लिए प्रस्ताव आमंत्रित किए गए।
उनके द्वारा “ब्रिजिंग ड्रीम्स एंड फंडिंग: लिंकिंग वेंचर कैपिटल/निवेशकों को स्टार्टअप के भविष्य” नामक एक विशेष बैठक सत्र का भी उद्घाटन किया गया। इस कार्यक्रम में वित्त पोषण प्राप्त करने के लिए 26 स्टार्टअप/सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) द्वारा नवोन्मेषी दूरसंचार उत्पादों की एक विशेष प्रस्तुति दी गई थी। बैठक में 10 से अधिक उद्यम पूंजीपतियों/निवेशकों ने भाग लिया। स्टार्टअप/सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) इस बात पर चर्चा में लगे हुए हैं कि उनकी उद्यम पूंजी और अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों के प्रतिभागी उनके उत्पादों की वृद्धि और स्केलेबिलिटी में कैसे योगदान दे सकते हैं।
डॉ. नीरज मित्तल ने भारत 5-जी पोर्टल शुरू करने के बाद एक सभा को संबोधित किया। श्री मित्तल ने कहा, “भारत का 5-जी रोलआउट दुनिया में सबसे तेज़ है और अब, हम पहले से ही 6-जी के बारे में बात कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि भारत के पास दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा दूरसंचार नेटवर्क है और इसने बहुत कम समय में स्वदेशी 4-जी/5-जी प्रौद्योगिकियों के विकास से दुनिया को ‘आश्चर्यचकित’ कर दिया है।
डॉ. मित्तल ने कहा कि भारत में आज एक लाख स्टार्टअप हैं और यह देशों के लिए भारत के साथ सहयोग करने का एक बड़ा अवसर है। दुनिया को एहसास हो गया है कि भारत एक विश्वसनीय भागीदार है और हर कोई अब भारत के साथ सहयोग करना चाहता है चाहे वह 5-जी या 6-जी प्रौद्योगिकी के बारे में हो।
डॉ. मित्तल ने अपने संबोधन में आगे कहा, “जैसा कि हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि भारत विश्व स्तर पर तीसरा सबसे बड़ा तकनीकी स्टार्ट-अप इकोसिस्टम बना हुआ है, हमें और अधिक स्टार्ट-अप्स की भागीदारी को प्रोत्साहित करके भारतीय निर्माताओं के लिए नए व्यावसायिक अवसर पैदा करने की आवश्यकता है।”
ये पहलें तकनीकी उन्नति और दूरसंचार उद्योग के विकास के प्रति भारत की प्रतिबद्धता का प्रमाण हैं और देश में दूरसंचार के भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की संभावना है।
भारत 5-जी पोर्टल – एक एकीकृत पोर्टल के बारे में:
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने इंडिया मोबाइल कांग्रेस के उद्घाटन समारोह के दौरान विद्यार्थियों और स्टार्ट-अप समुदायों के लिए 5-जी प्रौद्योगिकियों में दक्षता और जुड़ाव बनाने के लिए देश भर के शैक्षणिक संस्थानों को 100 “5-जी यूज़ केस लैब्स” से सम्मानित किया।
सभी 100 से अधिक प्रयोगशालाएं/संस्थान एक समर्पित पोर्टल (100 5-जी प्रयोगशालाओं के डिजिटल नेटवर्क) के माध्यम से जुड़े हुए हैं। यह उन संस्थानों/विद्यार्थियों/स्टार्ट-अप्स के लिए एक ज्ञान प्रसार मंच के रूप में कार्य करता है जहां 5-जी उपयोग के मामलों का परीक्षण/विकास किया जा रहा है।
भारत 5जी पोर्टल- एक एकीकृत पोर्टल क्वांटम, 6-जी, आईपीआर और 5-जी क्षेत्र में स्टार्टअप, उद्योग और शिक्षा जगत के हितों की सेवा करने वाला एक व्यापक मंच है। इसमें पीएएनआईआईटी यूएसए के सहयोग से फ्यूचर टेक-एक्सपर्ट्स पंजीकरण पोर्टल भी शामिल है, जिसका उद्देश्य भारतीय दूरसंचार इकोसिस्टम को आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को आगे बढ़ाने में सहायता करना और परामर्श प्रदान करना है।
भारत 5-जी पोर्टल सभी क्वांटम, आईपीआर, 5-जी और 6-जी से संबंधित कार्यों के लिए वन-स्टॉप समाधान के रूप में कार्य करता है, जो अकादमिक अनुसंधान एवं विकास में वृद्धि, उद्योग मानकों, ओईएम, स्टार्टअप/सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) और विषय वस्तु विशेषज्ञों को शामिल करता है। इसका उद्देश्य भारत की 5-जी क्षमताओं को बढ़ावा देना, दूरसंचार क्षेत्र के भीतर नवाचार, सहयोग और ज्ञान-साझाकरण को प्रोत्साहन प्रदान करना है।